बरसात का पहला दिन हिंदी निबंध
बरसात का पहला दिन सभी का ही खास दिन होता है जून का महीना चल रहा था और सूर्य की तेज गर्मी की गर्म हवाएं चारों दिशाओं में फैली हुई थी। आसपास के पेड़ पौधों की पत्तियां भी तेज गर्मी के कारण झड़ चुकी थी।
पेड़ पौधे भी गर्मी के कारण मुरझा रहे थे ऐसा मानो कि पेड़ पौधे भी पानी का इंतजार कर रहे थे।
जंगलों में रह रहे, पशु पक्षीयां भी पानी का इंतजार कर रहे थे। गांव में रह रहे लोग भी अपने खेतों के लिए बरसात के पानी का इंतजार कर रहे थे, बरसात होने के पश्चात मैं अपनी खेतों की बुवाई कर सकूं और शहरों के लोग भी बरसात के पानी का इंतजार कर रहे थे,और कब बिजलियों के पंखे बंद हो , और बरसात के पानी की शीतल हवाओं का आनंद ले सके।
मैं भी अपनी पढ़ाई करने के लिए गांव से शहर में रहता हूं
मेरा भी गर्मी से कुछ ऐसा ही हल हो रहा था मैं रोज की तरह कोचिंग और कॉलेज जाता था और गर्मी के कारण में पसीने से पूरा भीगकर घर वापस आता था ।
मैं हर बार की तरह कॉलेज गया था और मैं जब कॉलेज से निकला तब मैंने देखा कि आसमान को काले काले बादलों ने घेर लिया था, और गर्म हवाएं अचानक ठंडी हवाओं में परिवर्तित हो गई और कुछ ही समय में बारिश होने लगी और मैं उस बारिश में मैं चलता हुआ कॉलेज से घर जा रहा था
मुझे बारिश में भीगने में इतना आनंद मिला कि शायद कभी मेरे को मिला होगा, मेरे लिए बारिश का पहला दिन बहुत ही खास दिन था।
और मैं बारिश में भीगते-भीगते घर पहुंचा ।
मेरे लिए बारिश का पानी इतना अच्छा महसूस हुआ था कि मानो हमेशा के लिए ऐसा ही पानी की बारिश होती रहे।
चारों और बरसता हुआ पानी नजर आ रहा था और कुछ ही समय में यह बरसात का पानी के बदल गांव की ओर पहुंच गए गांव में रह रहे गांव वासियों ने देखा कि चारों ओर पानी के बदलो का घिराव नजर आया ।
और कुछ ही क्षण में बारिश शुरू हो गई । और लगातार 2 से 3 घंटे तक बारिश का पानी गिरता रहा ।
गांव के किसानों के लिए यह बरसात का पहला दिन इतना कुशल रहा। उन्हें यह लग रहा था, कि इतनी कड़ी धूप में बारिश होना इस जून के महीने संभव नहीं है।
गांव के वासियों ने ईश्वर को धन्यवाद दिया। और उन्हें इतनी खुशी हुई कि वह शब्दों में बयां नहीं कर पा रहे थे। वह दो माह से इंतजार कर रहे थे। उनका इंतजार करना समाप्त हुआ। और सभी किसान अपने-अपने खेतों में हल लेकर पहुंच गए और उन्होंने अपनी बुवाई शुरू कर दी।
कुछ ही दिनों में खेतों की काली मिट्टी एक हरी भरी पौधों में बदल गई। चारों ओर हरियाली छा गई। प्रकृति का वातावरण महकने लगा।
बरसात का पहला दिन सभी के लिए यादगार दिन रहा खासकर बच्चों के लिए बरसात का पहला दिन बहुत ही खास दिन होता है वो इस दिन से लेकर दो से तीन महीने तक इस बारिश का आनंद लेते हैं । बच्चें गांव की गलियों सड़कों और छतों पर भीगते हुए बरसात का आनंद लेते हैं।
प्रकृति वातावरण, भूमि, जलवायु, पेड़ पौधे और जीव जंतु के लिए बारिश का पानी बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
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