Wednesday, 6 September 2023

गर्मी की छुट्टियाँ कैसे बिताई पर निबंध? Garmiyon ki chutti par nibandh

मैं गर्मी की छुट्टी कैसे बिताया निबंध 

दोस्तों नमस्कार, कैसे आप सभी दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं गर्मी की छुट्टियां कैसे बिताई पर हमारे द्वारा लिखित यह निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस निबंध को 

प्रस्तावना- गर्मियों की छुट्टियां वास्तव में कई सारे लोगों के जीवन में कई सारे नए दृश्य दिखाती हैं। जीवन में गर्मी के दिनों में कहीं बाहर घूमने का मौका भी हमें परिवार वालों के साथ मिलता है और जीवन के नए अनुभव महसूस करने का भी हमें मौका मिलता है। गर्मियों के मौसम में परिवार के साथ कहीं घूमने जाना वास्तव में काफी सुख देता है।

मैं गर्मी की छुट्टी कैसे बताया- अक्सर में अपने कामकाज में हमेशा से ही बिजी रहता था लेकिन गर्मी के दिनों में जब मेरे बच्चों की स्कूल की छुट्टी हो जाती थी तो वह कहीं घूमने ले जाने की जिद किया करते थे इस साल गर्मी के दिनों में घूमने का हमने फैसला लिया।

इस साल हम हमारे नजदीक के ही गांव में हमारे एक दूर के रिश्तेदार के पास जाने वाले थे। मैंने अपने ऑफिस से तीन दिनों की छुट्टी ली और फिर मैं अपने बीवी बच्चों के साथ ट्रेन के द्वारा उस गांव की ओर चल पड़ा वास्तव में गांव में पहुंचकर मुझे वहां का माहौल बहुत ही पसंद आया। 

वहां चारों ओर कई कच्चे मकान देखने को मिल रहे थे, कुछ मकान पक्के भी थे, चारों ओर पेड़ पौधे नजर आ रहे थे। हमारे शहर में जहां दूर-दूर का कोई पेड़ पौधे नजर नहीं आते थे गांव में हर एक कदम पर पेड़ पौधे थे जो कि वास्तव में हरियाली महसूस करा रहे थे।

ठंडी-ठंडी हवा से मनमुग्द हुआ जा रहा था। गांव में भले ही कूलर या फंखे में हम रहते हैं लेकिन वास्तव में गांव की पेड़ों की ठंडी-ठंडी हवा का अनुभव कुछ अलग ही होता है। हम जब हमारे दूर के रिश्तेदार के घर पर गए तो उन्होंने हमारा काफी अच्छा स्वागत किया हमें काफी खुशी हुई। 

शाम के वक्त सभी ने मिलकर खाना खाया और फिर सभी एकजुट होकर अपनी कई सारी बातें आपस में डिस्कस करने लगे वास्तव में ऐसा माहौल वहां पर था जो माहौल मुझे शहरों में कभी महसूस नहीं हुआ।

हमें आपस में बातचीत करने में काफी अच्छा लग रहा था था जब सुबह हुई तो हम सुबह होते ही हम खेत देखने के लिए चले गए, पास में नदी भी थी वास्तव में ऐसा नजारा मैं शहरों में कहीं पर भी नहीं देखा था मुझे यह नजारा बहुत ही अच्छा लग रहा था।

दोपहर तक हम खेत पर ही रुके और फिर वापस आ गए शाम को हमने घर की छत पर से बच्चों के साथ मिलकर पतंग उड़ाई वास्तव में गांव में पतंग उड़ाना हमें बहुत ही अच्छा लगा।

बच्चे भी पतंग उड़ाने में काफी खुश थे और सभी बच्चे पतंग उड़ा रहे थे और अपनी अपनी पतंग को काफी ऊंचाई पर उडाने की कोशिश कर रहे थे वास्तव में हमारा पहला दिन बहुत ही अच्छा गुजरा हमें ऐसा लगा कि हम लंबे समय तक इस गांव में समय व्यतीत करें। लगभग तीन दिनों तक हम परिवारजनों के साथ एक साथ रहे वास्तव में गर्मी की छुट्टियों में यह तीन दिन बिताना हमें काफी अच्छा महसूस करा रहा था।

उपसंहार- अक्सर हम अपने कामकाज में बिजी रहते हैं और बच्चे भी पढ़ाई में बिजी रहते हैं तो हमें अक्सर गर्मियों के समय में फैमिली के साथ कहीं ना कहीं घूमने के लिए जाना चाहिए जिससे फैमिली वालों को भी कुछ नया, कुछ अच्छा महसूस हो सके।

दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल गर्मी की छुट्टियाँ कैसे बिताई पर निबंध? आप अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद।

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