निरक्षरता पर निबंध
दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं निरक्षरता पर हमारे द्वारा लिखित निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए आज के हमारे इस निबंध को पढ़ते हैं
प्रस्तावना - निरक्षरता का अर्थ है निरक्षर होना यानी जिसे अक्षर का ज्ञान नहीं वह निरक्षर कहलाता है। निरक्षरता आज के समय में एक समस्या बनी हुई है। पहले के समय से आज के समय में भले ही पढ़ाई पर जोर दिया गया हो लेकिन फिर भी आज के समय में कई निरक्षर लोग मिलेंगे। निरक्षरता को दूर करना बेहद जरूरी है क्योंकि इससे कई सारी समस्याएं हमारे समाज में होती हैं।
निरक्षरता से समस्याएं - निरक्षरता देश के लिए, समाज के लिए एक अभिशाप है क्योंकि हमारा समाज जब निरक्षर होगा तो कई समस्याएं हमें देखने को मिलेंगी।
निरक्षर होने की वजह से समाज के लोग जागरूक नहीं हो पाएंगे और कई फायदेमंद योजनाओं का फायदा भी नहीं उठा पाएंगे, निरक्षरता की समस्या की वजह से कई लोग अच्छा कार्य नहीं कर पाते और उन्हें मजबूरी बस मजदूरी करना पड़ती है।
कई जगह हम देखते हैं कि कई ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल नहीं है या है तो काफी दूर है जिस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे बच्चियों को स्कूल जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है जिस वजह से वह स्कूल नहीं जा पाते और वह निरक्षर रह जाते हैं।
निरक्षरता की वजह से कई बार कुछ लोग देश हित के लिए कई कार्य नहीं कर पाते हैं, कई लोग बड़े-बड़े उच्च पदों पर पहुंच जाते हैं लेकिन उच्च स्तर की पढ़ाई ना होने की वजह से उन्हें ज्ञान नहीं होता और कई लोग उनसे अपने निजी फायदे के लिए कई कार्य करवा लेते हैं इस तरह की समस्या निरक्षरता की वजह से देखी गई हैं।
निरक्षरता की वजह से देश में गरीबी भी देखने को मिल रही है दरअसल निरक्षर लोगों को कोई अच्छा रोजगार नहीं मिल पाता जिस वजह से वह कोई अच्छा सा कार्य नहीं कर पाते और वह केवल मेहनत मजदूरी करके अपना भरण-पोषण बड़ी मुश्किल से कर पाते हैं और इस तरह से गरीबी की समस्या भी होती है।
पुराने समय से अभी तक के समय के साथ बदलाव - पुराने समय से आज तक के समय में काफी बदलाव हो चुका है पहले ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की कमी थी लेकिन आज के समय में गांव गांव में स्कूल है। पहले जिन गांव में स्कूल नहीं थे उन गांव के आसपास या आसपास के गांव में स्कूल देखे जाते थे जिससे कुछ बच्चे चलकर या साइकिल से स्कूलों में जा पाते थे।
भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में आज हायर सेकेंडरी तक स्कूल ना हो लेकिन कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मिडिल क्लास तक की शिक्षा दी जाती है जिस वजह से पहले से आजकल के समय में विद्यार्थियों को थोड़ी सुविधा मिली है लेकिन फिर भी आज शिक्षा के क्षेत्र में और भी विकास होना जरूरी है।
शिक्षा के क्षेत्र में आज भी विद्यार्थियो को उच्च स्तर की पढ़ाई करने के लिए बाहर जाना पड़ता है या आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक या शहरों तक जाना पड़ता है जिस वजह से कई मां बाप अपने बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा नहीं दिलवा पाते।
निरक्षरता दूर होगी तो बदलाव होगा - हमारे भारत देश में निरक्षरता यदि दूर होगी तो वास्तव में काफी बदलाव हो सकता है। आज के समय में कई लोग ऐसे हैं जो मजदूरी वर्ग के हैं। अगर मजदूरी वर्ग के लोगो को शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलता है तो वास्तव में वह कई नए नए क्षेत्रों या अपने काबिलियत के अनुसार कुछ क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर सकेंगे जिससे देश की उन्नति भी होगी और उनके जीवन में भी बदलाव होगा।
सरकार लोगों को शिक्षा देने के लिए काफी कोशिश कर रही है लेकिन फिर भी कई लोग निरक्षर रह जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी शिक्षा की ओर जागरूक रहने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग शिक्षा की ओर जागरूक होंगे तो देश आगे बढ़ेगा और देश की कई समस्याएं दूर होंगी और देश से बेरोजगारी दूर हो सकेगी वास्तव में निरक्षरता दूर होकर हमारे जीवन में काफी बदलाव हो सकता है।
उपसंहार - निरक्षरता किसी भी देश के लिए अभिशाप है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना चाहिए कि वे शिक्षा के महत्व को समझें। लड़के लड़कियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा दिलवायें जिससे देश आगे बढ़े।
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