अहिंसा परमो धर्म पर भाषण
दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं अहिंसा परमो धर्म पर हमारे द्वारा लिखित भाषण आप से पढ़ें और इसके जरिए अपनी स्पीक की तैयारी करें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को
भाषण मैं कमलेश कुशवाह आज इस समारोह में आप सभी का स्वागत करता हूं। आज हम इस समारोह में एक साथ एकत्रित हुए इसकी मुझे काफी खुशी है। मैं उम्मीद करता हूं की यहां से हमें काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
आज हम विशेष रूप से अहिंसा के बारे में चर्चा करने वाले हैं अहिंसा हमारा धर्म है जो व्यक्ति अहिंसा के मार्ग पर चलता है वह वास्तव में एक अपना परम धर्म निभाता है। अहिंसा का मार्ग अपनाना वास्तव में बहुत ही जरूरी है।
आज के समय में हर एक नागरिक को समझना चाहिए कि बड़े-बड़े कार्य जो वह हिंसा अपनाकर पूरे नहीं कर पाता अहिंसा के मार्ग पर चलकर वह आसानी से अपने कार्य सिद्ध कर सकता है।
हमारे देश के महापुरुष महात्मा गांधी जी ने भी अहिंसा के मार्ग पर चलकर हम सभी को आजादी दिलाई थी। अहिंसा के मार्ग पर चलकर वो तब तक रहे जब तक कि उन्होंने हम सभी को आजादी नहीं दिला दी।
महात्मा गांधी जी ने अहिंसा के मार्ग पर चलकर अंग्रेजों को झुका दिया, अहिंसा के मार्ग को अपनाते हुए उन्होंने ऐसे ऐसे कार्य किए कि अंग्रेज सरकार झुकने को मजबूर हो गई वास्तव में महात्मा गांधी जी और उनकी अपनाई गई अहिंसा का मार्ग बहुत ही बेहतरीन मार्ग है।
हम सब अहिंसा के मार्ग को अपनाकर जीवन में बड़ी-बड़ी समस्याएं दूर कर सकते हैं और जीवन में बहुत आगे बढ़ सकते हैं। साथियों महात्मा गौतम बुद्ध जिन्हें हम भगवान भी मानते हैं उन्होंने भी हमें अहिंसा के मार्ग पर चलने की सलाह दी है।
अहिंसा के मार्ग पर चलकर हम बिना किसी को नुकसान पहुंचाए बड़े-बड़े कार्यों को कर सकते हैं और दूसरों के प्रशंसा के योग्य बन सकते हैं, देश दुनिया में ख्याति पा सकते हैं। अहिंसा के बारे में इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपने शब्दों को विराम देता हूं आप सभी का धन्यवाद।
दोस्तों हमारे द्वारा लिखित यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं धन्यवाद।
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