यदि मैं उड़ सकता तो
दोस्तों नमस्कार उड़ने की कल्पना जब मन में आती है तो बहुत ही अच्छा लगता है आज मैं आप सभी के लिए यदि मैं उड़ सकता पर एक काल्पनिक आर्टिकल लेकर आया हूं आप इसे पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को।
यदि मैं उड़ सकता तो कितना अच्छा होता यदि मैं उड़ सकता तो मैं भी पक्षियों की तरह आसमान की सैर करता। यदि मैं उड़ सकता तो मैं भी आसमान में खुशी-खुशी झूमत रहता यदि मैं उड़ सकता तो वास्तव में मुझे ऊंचाई से नीचे देखने में काफी खुशी का अनुभव होता और मुझे ऐसा लगता कि मुझे दुनिया की सबसे बड़ी खुशी मिल गई है।
मैं जब बच्चा था तो मैं भी सोचता था कि काश ईश्वर ने मुझे भी उड़ने की क्षमता दी होती तो कितना अच्छा होता मैं आसमान में उड़ कर अपनी मनपसंद जगह पर पहुंच पाता मुझे सड़क मार्ग से ट्राफिक में समस्या का सामना ना करना पड़ता और मैं आसमान से उड़ते हुए आसानी से अपने लक्ष्य तक पहुंच जाता।
यदि मैं आसमान में उड़ता तो मेरे रिश्तेदार, दोस्त या मेरे परिवार वाले मुझे उड़ते हुए देखकर वह भी उड़ने का मन बनाते वह जब मुझे उड़ते हुए देखते तो उन्हें जलन होती आसमान में जब मैं बोलने की कल्पना भी करता हूं तो वास्तव में मुझे काफी खुशी महसूस होती है। सोचिए यदि मैं आसमान में उड़ता तो कितनी खुशी होती मैं अपनी खुशी का बयान शब्दों में नहीं कर पाता।
मैं आसमान में उड़ कर अन्य पक्षियों से मुकाबला करने की कोशिश करता अन्य पक्षी भी मुझे आसमान में उड़ता हुआ देखकर कहते कि इंसान कब से आसमान में उड़ने लगे हैं हो सकता है वह पक्षी मुझे उड़ते हुए देखकर मुझ से भयभीत होते मुझसे दूर होते लेकिन मैं उनके करीब पहुंचकर उन्हें डराता नहीं बल्कि उनका डर दूर करने का प्रश्न पूरी तरह से करता। मैं पक्षी बनकर बिना किसी तरह का किराया चुकाये आसमान में उड़ते हुए अपनी मनपसंद जगह का भ्रमण करता।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा है यह आर्टिकल आप अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें बताएं की यदि मैं उड़ सकता पर लेख आपको कैसा लगा धन्यवाद।
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