जैसी करनी वैसी भरनी निबंध
दोस्तों नमस्कार कैसे हैं आप सभी आज का हमारा यह निबंध जैसी करनी वैसी भरनी आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है चलिए आज के हमारे इस निबंध पढ़ते हैं।
प्रस्तावना - इंसान जैसा कर्म करता है वैसा ही उसको फल मिलता है यही जैसी करनी वैसी भरनी का अर्थ है जैसी करनी वैसी भरनी के बारे में मनुष्य को समझना चाहिए और अपने भविष्य के बारे में सोच कर ही कार्य करना चाहिए तभी मनुष्य अपने जीवन मे सुखी रह पाता है।
जैसी करनी वैसी भरनी - जैसी करनी वैसी भरनी हम सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण है जिस इंसान ने भी इसको समझा है वह वास्तव में जीवन के दुखों से दूर हुआ है आज के समय में हम देखते हैं कि कई सारे लोग ऐसे होते हैं जो अपने जीवन से काफी परेशान हो चुके हैं।
दरअसल ज्यादातर यह उनके कर्मों का ही फल होता है हम जैसा आज करते हैं उसका परिणाम हमें कल देखने को मिलता है यदि हम कुछ गलत करते हैं तो हमारे भविष्य में भी हमें उसके बुरे परिणाम मिलते हैं और आज यदि हम अच्छा करते हैं तो भविष्य में हमें बहुत ही अच्छा परिणाम देखने को मिलता है इसलिए हम सभी को यह समझना चाहिए कि जैसी करनी वैसी भरनी जीवन में सुखी रहने के लिए जैसी करनी वैसी भरनी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है।
आज हम देखते हैं कि कई सारे ऐसे सफल लोग हैं जो सफलता की बुलंदियों को छूते हैं ऐसा उनके जीवन में अकस्मात ही नहीं हुआ है ऐसा उनके जीवन में तब हो पाया है जब उन्होंने अच्छे कार्य किए हैं जीवन में मेहनत की है।
उपसंहार - वास्तव में हमको भी अपने कर्मों का परिणाम के बारे में सोच समझकर विचार करना चाहिए और अच्छे कार्य करना चाहिए
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