छतरी की आत्मकथा हिंदी निबंध
आज मैं आपके लिए लाया हूं छतरी की आत्मकथा पर मेरे द्वारा लिखित यह निबंध तो चलिए पढ़ते हैं हमारे आज के इस आर्टिकल को।
Autobiography of umbrella in hindiमैं एक छतरी हूं जिसका उपयोग लोग बरसात के दिनों में छिपने के लिए करते हैं दरअसल जब भी बरसात आती है तो लोग बरसात के मौसम में पानी में घर से बाहर नहीं निकल पाते तब मैं ही उनकी मदद करती हूं। लोग मुझे बाजार से खरीद कर ले आते हैं और मेरा उपयोग करते हैं।
मैं छतरी काफी सालों से मेरे मालिक के साथ मैं काफी पुरानी हो गई तो भी मेरा मालिक मुझे बड़े ही संभाल कर रखता है मुझे हमेशा उपयोग करता है जब भी बरसात के दिनों में वह कहीं पर जाता है तो मुझे ले जाना नहीं भूलता मुझे मेरे मालिक के साथ जाना अच्छा लगता है, पानी में घूमना भी मुझे बहुत भाता है।
मेरे मालिक की सुरक्षा करना मैं अपना कर्तव्य समझती हूं आज भी मुझे याद है 2 साल पहले जब मेरा मालिक बाजार की एक दुकान पर मुझे खरीदने के लिए आया था उसने उस दुकान से काफी कुछ सामान खरीदा उसके बाद अंत में मेरे मालिक ने एक छतरी मांगी और दुकानदार ने उसे कई सारी छतरियां बता दी। रंग बिरंगी, काली, सफेद सभी तरह की छतरियां वहां पर थी लेकिन मेरे मालिक ने एक ही बार में केवल मुझे ही पसंद किया और मेरे दाम चुका कर वह मुझे अपने साथ ले जाने लगा।
मुझे भी काफी खुशी हुई क्योंकि मैं अभी तक उस दुकान में रहते रहते एक ही जगह बैठी रहकर काफी बोर हो चुकी थी मैं खुश इसलिए थी क्योंकि अब मुझे जरूर ही घूमने का मौका मिल जाएगा। वह भी जब भी मालिक घर बाहर जाते तो मुझे अपने साथ जरूर ले जाते मुझे काफी खुशी होती।
आज 2 साल हो चुके हैं मुझे काफी खुशी होती है कि मैं आज भी अपने मालिक का साथ दे रही हूं मालिक जी मुझे बिल्कुल भी नहीं भूला है। बरसात के मौसम में छतरी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है छतरी ही हमारा सहयोग करती है, हमें बरसात से बचाती है जिससे हम कई तरह की परेशानियों में पढ़ने से बच पाते हैं।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखित छतरी की आत्मकथा पर आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें बताएं और हमें सब्सक्राइब करना ना भूलें धन्यवाद।
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