Mera priya hindi kavi nibandh
जीवन में लोगों के अपने पसंद के कवि होते हैं जिनकी कविताएं पढ़ना वह काफी पसंद करते हैं और हमेशा उनकी कविताओं से वह बहुत कुछ सीखते हैं।
भक्ति काल के कवियों में बहुत से कवि हैं जैसे कि तुलसीदास जी, मीराबाई, कबीर दास जी, सूरदास जी इन कवियों ने भक्ति काल के समय मैं कई विशेष लेख लिखे जो आज भी प्रसिद्ध है, जिसकी प्रशंसा हर कोई करता है। इन कवियों में से मेरे पसंदीदा कवि हैं तुलसीदास जी।
तुलसीदास जी एक ऐसे कवि हैं जिन्होंने बहुत सारे ऐसे लेख लिखे हैं जिन्हें ज्यादातर लोग पसंद करते हैं। इन्होंने श्री राम के सुंदर चरित्र का वर्णन किया है।
तुलसीदास जी ने श्री राम चरित्र मानस की रचना की जिसमें भगवान श्री राम के जीवन के बारे में उन्होंने कई दोहा चौपाई के द्वारा श्रीराम के जीवन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
तुलसीदास जी का जन्म 1511 ई. मैं उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुआ था यह हिंदू धर्म से हैं। तुलसीदास जी ने 100 सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्य लिखें।
तुलसीदास जी साधु थे इन्होंने अपने जीवन काल में कई अन्य रचनाएं भी की जैसे कि गीताबली, दोहावली, कवितावली, बरवै रामायण, रामचरितमानस, विनय पत्रिका आदि। इनकी रचनाएं लोगों में काफी विख्यात हैं।
वास्तव में तुलसीदास जी एक ऐसे कवि हैं जिनको लोग हमेशा याद करते रहेंगे।
इनकी मृत्यु- यह बात उस समय की है जब तुलसीदास जी काशी के विख्यात घाट असीघाट पर रहते थे। एक रात कलयुग मूर्ति बनकर उनके पास आया और फिर उन्हें कई तरह से पीड़ा पहुंचाने लगा तब तुलसीदास जी ने हनुमान जी को याद किया और हनुमान जी महाराज उसी समय उनके समक्ष प्रस्तुत हुए।
हनुमान जी ने तुलसीदास जी से प्रार्थना के पद रचने को कहा इस तरह से तुलसीदास जी ने अपने आखिरी समय में विनय पत्रिका लिखी फिर संवत 1680 में शनिवार के दिन राम राम कहते हुए उनका देहांत हुआ।
मेरे प्रिय तुलसीदास जी वास्तव में ऐसे कवि हैं जिनको हर कोई याद करता है लोग कभी भी इनको नहीं भूल पाएंगे।
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