Essay on abhinandan in hindi
अभिनंदन से तात्पर्य है स्वागत करना । जब भी हमारे घर पर मेहमान आते हैं तो उनका हम अभिनंदन करते हैं क्योंकि भगवान ईश्वर के समान होता है । हमारे भारतीयों की आज से ही नहीं बल्कि पुराने समय से ही परंपरा रही है कि हम अपने मेहमानों का बड़े ही बेहतरीन ढंग से अभिनंदन करते हैं ।
अपने मेहमानों के लिए कई तरह के पकवान बनाते हैं जिससे वह हमारे घर से खुश होकर ही जाएं । इसके अलावा जब भी कोई बड़ा कार्यक्रम में यह समारोह होता है उसमें भी हम अपने मेहमानों का स्वागत तरह तरह से करते हैं । जैसे कि किसी शादी समारोह में मेहमानों का स्वागत तरह-तरह के नाच गाना एवं कई तरह से किया जाता है जिससे मेहमान भी खुश हो जाते हैं ।
अभिनंदन का एक और पर्यायवाची शब्द होता है प्रशंसा करना । यानी जब भी हमारे दोस्त या रिश्तेदार कुछ भी विषय पर चर्चा करते हैं और हम को उनकी बातें पसंद आती हैं तो हम प्रशंसा के रूप में यह शब्द अभिनंदन दोहरा देते हैं । यानी हम कहते हैं कि आप जो कह रहे हैं उन बातों का अभिनंदन है । अभिनंदन को अंग्रेजी में कांग्रेचुलेशन भी कहा जाता है ।
यानी जब भी किसी व्यक्ति को हम बधाई देते हैं तो हम कांग्रेचुलेशन या आपको बधाई हो ऐसे शब्दों का उपयोग करते हैं । यह शब्द अभिनंदन की ही पर्यायवाची शब्द हैं । अभिनंदन शब्द का उपयोग करके हम दूसरों के प्रति अपनी अच्छी भूमिका बना सकते हैं , अच्छी पहचान बना सकते हैं जिससे हमारे अपने यह दूसरे भी हमारी प्रशंसा करें कि यह इंसान एक बहुत अच्छे इंसान हैं । अभिनंदन शब्द वास्तव में हम सभी के लिए बहुत ही उपयोगी है ।
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