Monday, 15 March 2021

एक नौकर की आत्मकथा हिंदी निबंध Ek naukar ki atmakatha in hindi

Ek naukar ki atmakatha in hindi

आज हम आपके लिए लाए हैं एक नौकर की आत्मकथा पर हमारे द्वारा लिखित यह काल्पनिक  आर्टिकल आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं । मैं एक नौकर अपने गांव से लगभग 200 किलोमीटर 1 बड़े शहर में एक परिवार के यहां पर नौकरी करता हूं । 


मैं उनके घर में खाना बनाने का और साफ सफाई का कार्य करता हूं । मुझे यह काम बहुत पसंद हैं । मैं इससे पहले कई तीन चार जगह पर कार्य कर चुका हूं लेकिन वहां के मालिक ऐसे नहीं थे जैसे कि अभी के हमारे मालिक हैं । मैं अभी जहां पर काम करता हूं वहां के मालिक एवं मालकिन बहुत ही अच्छे इंसान हैं  । 

वह मुझे किसी नौकर की तरह नहीं रखते बल्कि मुझे एक परिवार के सदस्य की तरह रखते हैं , मेरा ख्याल रखते हैं । जब भी मैं कहीं बाहर या अपने गांव जाता हूं तो वह मुझे कुछ रुपए भी दे देते हैं । अक्सर वह कहीं जाते हैं तो पूरा घर या अपने बच्चों को मेरे भरोसे ही छोड़ कर चले जाते हैं । मैं भी पूरी ईमानदारी के साथ उनके घर की देखभाल करता हूं । 

मुझे ईमानदारी के साथ व्यवहार रखना बहुत ही पसंद है । मेरे मालिक के घर पर एक अच्छी कार है । कभी-कभी मैं उनकी कार की साफ-सफाई भी करता हूं । घर के पास में ही पीछे की तरफ एक सुंदर सा बगीचा है । मैं अक्सर सुबह शाम उस बगीचे में पेड़ पौधों को पानी देता हूं और बच्चों को उस बगीचे में सुबह शाम घुमाने के लिए भी ले जाता हूं । 

सच मानिए कि 6 महीने में यह परिवार मुझे अपने परिवार की तरह लगने लगा है । ज्यादातर मेरा लगाव मालिक मालकिन के बच्चों के साथ हो गया है । बच्चे बहुत ही अच्छे हैं जो मेरे साथ रहना पसंद करते हैं । मेरे साथ कई तरह के खेल भी खेलते हैं । यही मेरे जीवन की आत्मकथा है । 

मुझे उम्मीद है कि मैं अपना कार्य ईमानदारी से निभाते हुए अपने मालिक की प्रशंसा के योग्य बनूंगा । 

दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आप अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें ।

1 comment: