यदि मैं सरपंच होता पर निबंध
सरपंच होना वास्तव में काफी गर्व की बात है ।ग्रामीण क्षेत्रों में पंचों में से प्रमुख होता है । सरपंच का मुख्य काम गांव में कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाना है । सरपंच बनने के लिए गांव के नागरिकों का सहयोग जरूरी होता है यदि मैं वास्तव में सरपंच होता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता ।
दरअसल में एक गांव का रहने वाला हूं गांव में भी एक सरपंच साहब हैं मैं जब सरपंच साहब को देखता हूं उनसे मिलता हूं तो मुझे काफी खुशी होती है । अक्सर मैं यह सोचता हूं कि यदि मैं भी गांव का सरपंच होता तो कितना अच्छा होता मुझे कितनी खुशी मिलती क्योंकि हमारे गांव में सरपंच को काफी सम्मान दिया जाता है ।
सरपंच जो कह देते हैं उनकी बात को हर हालात में हम सभी गांव वासी मानते हैं इसलिए सरपंच बनना मेरे लिए बहुत ही खुशी की बात है । यदि मैं सरपंच होता तो जाहिर सी बात है लोग मेरा सम्मान करते मैं जहां पर भी जाता तो लोग खुशी-खुशी मेरा स्वागत करते ।
मैं यदि सरपंच होता तो अपने गांव के सरपंच साहब की तरह मैं भी अपने गांव मैं कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाता । यदि मैं सरपंच होता तो वहां लोग मुझसे भी अपने गांव के विकास की उम्मीद करते । यदि में सरपंच होता तो मुझे जीवन में काफी खुशी मिलती ।
आज से कुछ साल पहले जब मैंने सोचा था कि मैं बड़ा होकर सरपंच बनूंगा मेरा यह सपना पूरा हो पाता और मैं सुकून से अपने जीवन को जी पाता । सरपंच बनकर में दूसरों के साथ बहुत ही विनम्रता पूर्ण व्यवहार करता और मेरा मकसद केवल गांव के विकास के लिए होता ।
मैं गांव के विकास के लिए हर वह कार्य करता जिसकी मुझे उम्मीद होती । वास्तव में सरपंच बनना मेरे बचपन का सपना है और मैं आगे चलकर अपने सपनों को पूरा जरूर करूंगा ।
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