Nagrikta kanoon essay in hindi
गरिकता कानून वह कानून है जिनके बारे में हम सभी को जानना चाहिए । भारतीय नागरिकता संशोधन कानून पर काफी विवाद हमारे देश में देखने को मिला क्योंकि इस कानून की वजह से भारत में रह रहे पाकिस्तान , बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता आसानी से मिल सकती है ।
जो भी बांग्लादेश , अफगानिस्तान या पाकिस्तान के लोग जो हिंदू , सिख , जैन , बोध एवं ईसाई समुदाय से हैं उनको भारतीय नागरिकता मिलने की संभावना है ।
लेकिन यह नागरिकता संशोधन कानून भारत के कई राज्यों जैसे कि असम , मेघालय , मिजोरम , अरुणाचल प्रदेश , त्रिपुरा , नागालैंड आदि में लागू नहीं होगा ।
इस नागरिकता कानून की वजह से कई विवाद इसलिए हुए क्योंकि कई लोगों का मानना था कि यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है । उनका यह भी कहना था कि यह एक धर्म विशेष के खिलाफ भी है ।
उनका कहना है कि यह कानून अवैध प्रवासियों को मुस्लिम और गैर मुस्लिमों में विभाजित करता है ।
लेकिन काफी विरोध के बाद भी 2019 को नागरिकता संशोधन बिल को मंजूरी मिल गई ।
इस नागरिकता कानून के संबंध में सरकार का भी पक्ष है की इन धर्मों के विदेशियों ने अपने देशों में काफी धार्मिक उत्पीड़न एवं भेदभाव झेला है ऐसे लोग अपने समर्थन में साथ देने में भी असफल रहे ।
इस कानून से कई राज्यों जैसे कि मध्यप्रदेश , दिल्ली , गुजरात आदि में आए लोगों को काफी मदद मिलेगी ।
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