Monday, 22 February 2021

मेरी प्रिय वस्तु पर निबन्ध Meri priya vastu essay in hindi

Meri priya vastu essay in hindi

‌लोगों की बहुत सारी प्रिय वस्तु होती हैं जो उन्हें बहुत ही पसंद होती हैं । वह हमेशा उस वस्तु के साथ समय बिताना चाहते हैं । मेरी भी एक प्रिय वस्तु है । मेरी प्रिय वस्तु अलार्म घड़ी है । अलार्म घड़ी मैंने आज से 10 साल पहले खरीदी थी तब से अलार्म घड़ी को मैं काफी संभाल कर रखता हूं । 


मैं ज्यादातर कहीं पर भी जाता हूं तो अलार्म घड़ी लेकर ही जाता हूं । अलार्म घड़ी इसलिए भी मुझे पसंद है क्योंकि अलार्म घड़ी है जो मुझे सुबह समय पर जगा देती है । अलार्म घड़ी जब मेरे पास होती है तो मुझे समय की अहमियत पता होती है । अलार्म घड़ी मुझे काफी खुशी देती है । 

आज से 10 साल पहले जब मैं छोटा था तब मैंने अपने पिताजी से अलार्म घड़ी खरीदने की  ज़िद की थी । दरअसल उस समय में पांचवी कक्षा में पढ़ता था और मेरे अध्यापक हमेशा मुझसे कहते थे कि तुम सुबह जल्दी जागा करो ।यदि तुम सुबह 4:00 बजे जाकर याद करोगे तो कभी भी ध्यान नहीं भूलोगे । मैंने उनकी बात समझी लेकिन मेरे साथ समस्या यह थी कि मैं समय पर नहीं जाग पाता था । मैंने यह समस्या अपने पिताजी से कहीं थी । 

पिताजी ने कहा कि मैं तुझे एक अलार्म घड़ी दिलवा दूंगा जो तुझे उठा देगी तू जितना भी समय उस घड़ी में सेट करेगा वह उस समय पर बजने लगेगी और तू जाग जाएगा । मेरे पिताजी की यह बात सुनकर मैं काफी खुश था । मैं मेरे पिताजी के साथ अगले ही दिन बाजार गया और मेरे पिताजी ने मुझे अलार्म घड़ी दिलवा दी । सच में मुझे वह घड़ी काफी पसंद आई और तब से आज तक वह घड़ी मेरे पास ही है । 

जब भी वह घड़ी खराब हो जाती है तो मुझे काफी बुरा लगता है । मेरी प्रिय वस्तु मेरी घड़ी वास्तव में मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है । मेरी प्रिय वस्तु मेरी घड़ी सैलो से चलती है । जब भी मेरी घड़ी के सेल बंद पड़ जाते हैं तो मैं अपनी घड़ी में दूसरे सेल डालता हूं । जब तक वह घड़ी बंद पड़ी रहती है तो मुझे काफी बुरा लगता है क्योंकि मुझे घड़ी की आवाज सुनना काफी पसंद है । मेरी प्रिय वस्तु मेरी घड़ी वास्तव में मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है । 

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