Loktantra aur bhrashtachar par nibandh
लोकतंत्र यानी जनता का शासन आजकल हम देखें लोकतंत्र जब से लागू हुआ है तब से लोगों को अपना नेता चुनने का अधिकार है । लोग एक अच्छा नेता चुनकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं । इसके लिए हमारे भारत देश में समय-समय पर चुनाव भी होते रहते हैं ।
हर एक नौजवान पुरुष , महिला , बुजुर्ग सभी को इन चुनावों में भाग जरूर लेना चाहिए जिससे हमारा लोकतंत्र मजबूत हो । आज भले ही हमारे भारत देश में लोकतंत्र है लेकिन हमें भ्रष्टाचार विचार और देखने को मिल रहा है । लोग अपनी आय से अधिक कमाने के बारे में सोचते हैं । ऐसे भ्रष्टाचारी लोग देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं । कई लोग मानते हैं कि लोकतंत्र है तो भ्रष्टाचार नहीं होगा लेकिन लोकतंत्र में भी भ्रष्टाचार चारों ओर है ।
यह आखिर क्यों हैं इसका जवाब हर कोई चाहता है । दरअसल हम सभी यदि अपने वोट का सही इस्तेमाल करें यानी हम एक अच्छे नेता को चुने तो वास्तव में भ्रष्टाचार काफी हद तक दूर हो सकता है क्योंकि यदि भारत देश में हर एक नेता देश के प्रति समर्पित होगा और नियमों के प्रति सख्त होगा तो जरूर ही लोग भ्रष्टाचार करने से पहले 10 बार सोचेंगे । यानी वह भ्रष्टाचार नहीं करेंगे ।
भ्रष्टाचार को दूर वास्तव में जनता ही कर सकती हैं । जनता का कर्तव्य है कि वह एक अच्छा नेता चुने इसके साथ में वह कभी भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा ना दें । यदि कोई सरकारी कर्मचारी रिश्वत मांगता है तो उसके खिलाफ आवाज जरूर उठाए यह हर एक व्यक्ति का कर्तव्य है । यदि हम सभी ऐसा करते हैं तो जरूर हम अपने देश से भ्रष्टाचार को मुक्त कर सकते हैं और लोकतंत्र को मजबूत बना सकते हैं ।
लोकतंत्र जनता का ही तंत्र है । जनता अगर चाहे तो भारत देश को सोने की चिड़िया बना सकते है । हम सभी को अपनी एकता की शक्ति के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की जरूरत है ।
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