Autobiography of rose in hindi
दोस्तों हमारे आज का यह लेख गुलाब के फूल की आत्मकथा पर लिखा गया है । तो चलिए पढ़ते हैं । गुलाब के फूल की आत्मकथा , मैं एक गुलाब का फूल हूं । मैं एक ऐसा फूल हूं जो बहुत सारे लोगों को काफी पसंद हूं क्योंकि मुझ मैं से बहुत ही अच्छी खुशबू आती है ।
मैं लाल , गुलाबी , सफेद , पीले , कत्थई रंग का होता हूं । मुझे देखकर हर कोई खुश हो जाता है । मेरे पौधे पर फूलों के साथ में कांटे भी होते हैं । यह कांटे फूलों की रक्षा करते हैं । बहुत से जीव जंतु , पक्षी जो फूलों को मेरे पत्तियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं इसलिए फूलों के साथ में मेरे पौधे पर कांटे भी होते हैं ।
मैं बहुत ही महत्वपूर्ण पौधा हूं । भगवान पर चढ़ाने के लिए भगवान की पूजा आराधना करने के लिए भी मेरे फूलों का उपयोग किया जाता है । कई लोग मेरे फूलों की मालाएं भी बनाते हैं । वास्तव में मैं बहुत ही खुश हूं कि लोग मेरा उपयोग भगवान के कार्यों में करते हैं । आज से कुछ समय पहले जब मेरा जन्म हुआ तब मैं एक छोटा सा पौधा था जो एक बगीचे में था ।
मेरे मालिक ने मेरी बहुत ही अच्छी तरह से देख रेख कि जिससे कि मैं धीरे-धीरे बढ़ा हो पाऊं और जीव जंतु पशु पक्षियों से मैं सुरक्षित रह पाऊं । वास्तव में मैं अपने जीवन में बहुत ही खुश हूं क्योंकि मैं दूसरों के काम आता हूं । बहुत से लड़का लड़की होते हैं जो एक दूसरे को प्यार करते हैं वह वैलेंटाइंस डे के दिन मेरे फूलों को भी उपहार स्वरूप देते हैं ।
मुझे अपने हाथों में लेकर लड़का लड़की काफी खुशी महसूस करते हैं । मैं उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करता हूं । यह सब जब मैं देखता हूं तो मुझे काफी खुशी होती है । मेरा जीवन ही यही है मैं दूसरों को खुश रखने का कार्य करता हूं । मैं जिस बगीचे में हूं वहां पर मेरे जैसे फूलों के अलावा कई तरह के फूल हैं जो बहुत ही सुंदर हैं ।
जिनकी वजह से बगीचा बहुत ही सुंदर लगता है । मेरी आत्मकथा बस यही है । आप मेरी यह आत्मकथा अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें और हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद ।
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