Sunday, 14 February 2021

गुलाब के फूल की आत्मकथा Autobiography of rose in hindi

Autobiography of rose in hindi

दोस्तों हमारे आज का  यह लेख गुलाब के फूल की आत्मकथा पर लिखा गया है । तो चलिए पढ़ते हैं । गुलाब के फूल की आत्मकथा , मैं एक गुलाब का फूल हूं । मैं एक ऐसा फूल हूं जो बहुत सारे लोगों को काफी पसंद हूं क्योंकि मुझ मैं से बहुत ही अच्छी खुशबू आती है । 

मैं लाल , गुलाबी , सफेद , पीले , कत्थई रंग का होता हूं । मुझे देखकर हर कोई खुश हो जाता है । मेरे पौधे पर फूलों के साथ में कांटे भी होते हैं । यह कांटे फूलों की रक्षा करते हैं । बहुत से जीव जंतु , पक्षी जो फूलों को मेरे पत्तियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं इसलिए फूलों के साथ में मेरे पौधे पर कांटे भी होते हैं । 

मैं बहुत ही महत्वपूर्ण पौधा हूं । भगवान पर चढ़ाने के लिए भगवान की पूजा आराधना करने के लिए भी मेरे फूलों का उपयोग किया जाता है । कई लोग मेरे फूलों की मालाएं भी बनाते हैं । वास्तव में मैं बहुत ही खुश हूं कि लोग मेरा उपयोग भगवान के कार्यों में करते हैं । आज से कुछ समय पहले जब मेरा जन्म हुआ तब मैं एक छोटा सा पौधा था जो एक बगीचे में था । 

मेरे मालिक ने मेरी बहुत ही अच्छी तरह से देख रेख कि जिससे कि मैं धीरे-धीरे बढ़ा हो पाऊं और जीव जंतु पशु पक्षियों से मैं सुरक्षित रह पाऊं । वास्तव में मैं अपने जीवन में बहुत ही खुश हूं क्योंकि मैं दूसरों के काम आता हूं । बहुत से लड़का लड़की होते हैं जो एक दूसरे को प्यार करते हैं वह वैलेंटाइंस डे के दिन मेरे फूलों को भी उपहार स्वरूप देते हैं । 

मुझे अपने हाथों में लेकर लड़का लड़की काफी खुशी महसूस करते हैं । मैं उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करता हूं । यह सब जब मैं देखता हूं तो मुझे काफी खुशी होती है । मेरा जीवन ही यही है मैं दूसरों को खुश रखने का कार्य करता हूं । मैं जिस बगीचे में हूं वहां पर मेरे जैसे फूलों के अलावा कई तरह के फूल हैं जो बहुत ही सुंदर हैं । 

जिनकी वजह से बगीचा बहुत ही सुंदर लगता है । मेरी आत्मकथा बस यही है । आप मेरी यह आत्मकथा अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें और हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद ।

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