Autobiography of a kite in hindi language
मैं एक पतंग हूं मुझे आसमान में उड़ना आसमान की सैर करना बहुत ही पसंद है । मैं अपने जीवन में इसलिए खुश हूं क्योंकि अक्सर गर्मियों के दिनों में बच्चे मुझे बुलाते हैं तो मुझे काफी खुशी होती है । बच्चे मुझे आसमान में उड़ता हुआ देखकर भी खुश होते हैं ।
मैं एक धागे से बंधी रहती हूं धागे की डोर उड़ाने वाले के हाथ में होती हैं । पतंग उड़ाने वाला जितनी ऊंची मुझे उड़ाना चाहे वह उड़ा सकता है । इसके लिए उसे लंबे धागे की जरूरत होती है अक्सर बच्चे एक दूसरे की पतंगों को आपस में लड़ाने की भी कोशिश करते हैं लेकिन मुझे यह सब पसंद नहीं मुझे तो बस पक्षियों की तरह आसमान की सैर करना पसंद है लेकिन जब कोई पक्षी मेरे करीब आता है तो मुझे डर लगता है कि ऐसा ना हो कि पक्षी के पंखों में बीत कर मैं नीचे गिर जाऊं ।
इससे पक्षी को भी नुकसान होगा और मुझे भी नुकसान होगा लेकिन आसमान में उड़ने की खुशी से मेरा डर भाग जाता है । पिछले साल गर्मियों के दिनों में जब एक बच्चे ने मुझे आसमान में उड़ आया तो मैं काफी खुशी खुशी आसमान में उड़ रही थी । मैं काफी ऊंचाई तक पहुंच गई थी लेकिन किसी दूसरे की पतंग के जरिए मेरे पतंग की डोर कट गई और मैं नीचे जाकर गिर गई तब दूर किसी गांव के एक व्यक्ति ने मुझे उठाया और तब से मैं उसी गांव में हूं ।
मैं अब गर्मियों के दिनों की प्रतीक्षा कर रही हूं कि कब व्यक्ति गर्मियों के दिनों में मुझे आसमान की सैर कराएं और मैं पक्षियों की तरह आसमान में उड़ती रहू । मैं पतंग बच्चों के लिए काफी महत्वपूर्ण होती हूं । बच्चे मुझे खरीदने के लिए माता-पिता से काफी जिद्द भी करते हैं क्योंकि मैं एक तरह से उनका एक खिलौना हूं । वास्तव में मुझे खुशी बहुत होती है जब कोई बच्चा मुझे देखकर , मुझे उड़ते हुए देखकर खुश होता है ।
दोस्तों हमारे द्वारा लिखा यह लेख Dishaheen yuva varg par nibandh in hindi आप अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद ।
0 comments:
Post a Comment