Paltu billi ki atmakatha in hindi
मैं एक पालतू बिल्ली हू । मैं मनुष्य के एक घर में रहती हूं । मनुष्य मेरी देखरेख बहुत ही अच्छी तरह से करता है । मैं आज से कुछ महीनों पहले इस घर में आई थी । मैं एक ऐसे स्थान पर थी जहां पर कई सारे जानवर रखे जाते थे । एक दिन एक मनुष्य ने मुझे खरीदा तब से मैं उस मनुष्य के साथ ही इस घर में रहती हूं ।
मुझे काफी खुशी है कि मैं मनुष्य के साथ रहती हूं क्योंकि मेरी बहुत ही अच्छी तरह से देखभाल करते हैं मेरी सुरक्षा भी करते हैं । मनुष्य के छोटे-छोटे बच्चे मेरे साथ खेलते हैं ।
मैं उनको किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाती क्योंकि मैं समझती हूं कि यदि मैं अपने मालिक को या मालिक के बच्चों को नुकसान पहुंचाऊंगी तो जाहिर सी बात है इससे मेरा भी नुकसान होगा क्योंकि मालिक मुझे अपने घर से निकाल देगा ।
वैसे मैं पहले जिस स्थान पर जानवरों के साथ रहती थी वहां पर भी मैं अच्छी तरह रहती थी लेकिन यहां पर जो मुझे एक तरह से अपना परिवार मिला मैं । इस परिवार में बहुत खुश रहती हूं । मै सुबह-सुबह अपने मालिक के साथ टहलने के लिए जाती हूं तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता है ।
जानवर जैसे कि कुत्ता मेरा दुश्मन है लेकिन मुझे बिल्कुल डर नहीं लगता क्योंकि मेरा मालिक मेरी सुरक्षा हर तरह से करता है । घर पर भी मेरी सुरक्षा का इंतजाम है और जब मुझे बाहर ले जाया जाता है तब भी मुझे सुरक्षा के साथ ले जाया जाता है ।
मैं पालतू जानवर जरूर हूं लेकिन यह परिवार मुझे अपने परिवार की तरह ही रखता है । मैं जिस घर में रहती हूं वह बहुत बड़ा कमरा है । मैंने इससे पहले इतना बड़ा कमरा नहीं देखा है । घर के बच्चे जब स्कूल से आते हैं तो मेरे साथ खेलते घूमते हैं । मुझे देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है ।
सच बताऊं तो मैं भी उनके चेहरे पर खुशी देखकर बहुत खुश होती हूं । मैं उनके साथ खेलती कूदती रहती हूं । मुझे उनके साथ समय बिताना काफी अच्छा लगता है । मुझे जीवन में अभी तक कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन अब लगता है कि मुझे जीवन में कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि मैं अपने मालिक के साथ खुश हूं । यही है मेरे जीवन की आत्मकथा ।
दोस्तों पालतू बिल्ली की Paltu billi ki atmakatha in hindi आत्मकथा पर हमारे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आप अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें और हमें कमेंट भी करें धन्यवाद ।
Nice
ReplyDelete