Friday, 29 January 2021

गाँव और शहर पर निबंध Gaon aur shahar essay in hindi

Gaon aur shahar essay in hindi

गांव और शहर हर एक व्यक्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं । गांव और शहर एवं इन दोनों जगहों पर रहने वाले लोग एक दूसरे पर निर्भर होते हैं । गांव जहां के ज्यादातर लोग खेती किसानी करके अपने जीवन को गुजारते हैं वह काफी मेहनत करते हैं । 

गांव में बहुत से लोग फल फूल सब्जी आदि लगाते हैं और उन्हें बेचकर अपनी जीविका चलाते हैं । गांव के लोग अपनी फसल एवं सब्जियों की पैदावार करके शहरों में बेच कर अपनी जीविका चलाते हैं । एक तरह से देखें तो गांव के लोग शहरों पर  निर्भर रहते हैं ।

गांव के लोग अपनी कई जरूरतों की पूर्ति के लिए कई तरह का सामान खरीदने के लिए शहरों के बाजारों पर निर्भर रहते हैं । शहरों का बाजार कुछ ग्रामीण लोगों की वजह से ही चलता है । शहर भी गांवों के बगैर अधूरे हैं । शहरों के लोग फल , साग सब्जी , अनाज दूध आदि के लिए ग्रामीण इलाकों पर निर्भर रहते हैं । 

सच मानिए गांवों के बगैर शहरों का कोई अस्तित्व ही नहीं है । अपनी छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति के लिए भी शहर के लोग गांव पर निर्भर है । आजकल हम देखें तो गांव के लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि गांव के अधिकतर लोग खेती किसानी पर निर्भर रहते हैं और कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं आदि की वजह से प्रभावित होती है । 

पैदावार कभी-कभी तो इतनी भी नहीं निकल पाती किसानों की लागत निकल सके । आजकल के आधुनिक दौर में किसान भी अपने बच्चों को शहरों की ओर भेज रहे हैं । वह अपने बच्चों को कई तरह की सरकारी नौकरी करने के लिए प्रेरित करते हैं और वह अपने बच्चों को शहरों में रखकर शहरों में ही रहने का विचार करते हैं । 

आजकल के दौर में बहुत सारे लोग ग्रामीण इलाकों से शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं यह इसलिए हो रहा है क्योंकि आज के इस दौर में लोग खेती किसानी से ज्यादा कई अन्य कार्य करने के प्रति रुचि दिखा रहे हैं । गांव और शहर वास्तव में एक दूसरे पर निर्भर हैं । 

गांव में यदि सही तरह से खेती की जाए और अच्छी तरह से रहन-सहन हो तो गांव में रहकर जीवन जीना बहुत ही बेहतरीन हो सकता है लेकिन आजकल के लोग शहरी  जीवन को अपनाना पसंद कर रहे हैं । आजकल हम देखें तो सरकार ने गांव गांव में स्कूलों की व्यवस्था करवाई है जिससे बच्चे स्कूलों में अपनी पढ़ाई कर पा रहे हैं । 

आजकल ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से विकास किया जा रहा है लेकिन गांवों में रोजगार के साधन अधिकतर ना होने की वजह से नए नवयुवक शहरों की ओर पलायन करते हैं और शहरों में रहकर कई तरह की नौकरियां , कई तरह के व्यापार में रुचि दिखाते हैं । 

गांव और शहर में एक अंतर यह भी है कि ग्रामीण इलाकों में खर्चा ज्यादा नहीं होता क्योंकि वहां पर हमारी अन्य जरूरतें पूरा करने के लिए साधन बहुत ही कम होते है लेकिन शहरों में हमारी अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत सारे साधन होते हैं । कहीं जरूरत है तो फिजूल की होती हैं । 

पैसा बर्बाद होता है इसलिए कई लोग कहते हैं कि शहरों में खर्चा अधिक होता है । आजकल हम देखे तो गांव के लोग जब शहरों में किराए के कमरों में रहते हैं तो उन्हें बहुत सा पैसा किराए के रूप में मालिक को देना होता है । इस तरह की कई समस्याएं गांव के लोगों को शहरों में आकर झेलना पढ़ती हैं । गांव और शहर दोनों ही एक-दूसरे पर निर्भर हैं । 

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