Bachpan bachao andolan in hindi
बचपन बचाओ आंदोलन की नीव कैलाश सत्यार्थी जी ने सन 1980 में रखी थी । इस बचपन बचाओ आंदोलन का प्रमुख उद्देश्य यही है कि बच्चों के बचपन को बचाया जाए । आजकल हम देखते हैं कि कई बच्चे बाल मजदूरी करने के लिए मजबूर किए जाते हैं ।
कई बच्चे कई कुप्रथाओं की वजह से भी बाल मजदूरी करते हैं । ऐसे बच्चों को बाल मजदूरी ना करना पड़े इसीलिए कैलाश सत्यार्थी जी ने बचपन बचाओ आंदोलन की स्थापना की थी । दरअसल कैलाश सत्यार्थी जी अपने रास्ते में आते जाते समय में कई बच्चों को बाल मजदूरी करते हुए देखते थे तभी से उन्होंने अपने जीवन का यह उद्देश्य बना लिया था की मैं कभी भी किसी भी बच्चे को बाल मजदूरी नहीं करने दूंगा ।
उसी समय से उन्होंने इस बचपन बचाओ आंदोलन की स्थापना की तभी 1980 से यह बचपन बचाओ आंदोलन चला रहा है और अभी तक इस बचपन बचाओ आंदोलन की वजह से 80000 बच्चों का भविष्य सुधरा है । आज भी है बचपन बचाओ आंदोलन भारत देश के कई प्रदेशों में चल रहा है जिसमें कई सारे लोग बच्चों के भविष्य के लिए कार्य कर रहे हैं ।
वह कई तरह की कुप्रथा के खिलाफ आवाज उड़ाते हैं और बच्चों को बाल मजदूरी करने से रोकते हैं और उनकी मदद करते हैं । बचपन बचाओ आंदोलन वास्तव में एक ऐसा आंदोलन है जिसकी वजह से हमारे भारत देश का भविष्य उज्जवल होगा क्योंकि हम सभी जानते हैं कि हम भारत के बच्चे भारत का भविष्य हैं यदि इसी तरह से बच्चे बाल मजदूरी करेंगे तो भारत के भविष्य पर बुरा असर होगा ।
बाल मजदूरी को रोकने के प्रति कैलाश सत्यार्थी जी का कदम काफी सराहनीय है । इससे हमारे भारत देश का भविष्य उज्जवल होगा और कई तरह की सामाजिक कृतियों से भारत देश के बच्चों को आजादी मिलेगी । कैलाश सत्यार्थी जी ने बचपन बचाओ आंदोलन के जरिए बहुत ही अच्छा कार्य किया है ।
इस आंदोलन ने बहुत ही जल्द बहुत बड़ी पहचान बनाई है और बच्चों की काफी मदद की है । बचपन बचाओ आंदोलन बच्चों के जीवन में खुशियों का रंग भरने के लिए शुरू किया गया है । वास्तव में जब देश के बच्चे खुश होंगे तभी देश खुश होगा तभी देश का भविष्य सुरक्षित होगा ।
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