Friday, 29 January 2021

गौरैया की आत्मकथा Autobiography of sparrow essay in hindi

Autobiography of sparrow essay in hindi

मैं एक गौरैया हूं मुझे आसमान की सैर करना काफी अच्छा लगता है । मैं हमेशा इसलिए खुश रहती हूं क्योंकि मुझे खुशी है कि मैं उड़ सकती हूं , मैं चल कर भी एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकती हूं साथ में मैं उड़कर भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकती हूं । 


मैं एक पेड़ पर घोंसला बनाकर रहती हूं । मेरे साथ में मेरे छोटे-छोटे बच्चे भी रहते हैं वह भी छोटे हैं वह भोजन का इंतजाम स्वयं नहीं कर पाते हैं इसलिए उनके भोजन का इंतजाम मैं करने की कोशिश करती हूं और सुबह से ही उनकी एवं अपने भोजन के इंतजाम के लिए अपने घोंसले से निकल जाती हू  । 

कभी-कभी मुझे थोड़ा डर भी लगता है कि कहीं ऐसा ना हो कि कोई मेरे घोंसले को नुकसान पहुंचा दे लेकिन मुझे ईश्वर पर विश्वास है मेरे परिवार के साथ ऐसा कुछ नहीं होगा । मैं हमेशा अपनी सहेलियों के साथ में झुंड में रहती हूं और कई घरों की छत पर दाना चुगने के लिए जाती हूं । 

जब मैं दाना चुनती हूं तो मनुष्य काफी खुश हो जाते हैं लेकिन कुछ मनुष्य होते हैं जो मुझे दाना नहीं देते और मुझे अपने घर की छतों से भगा देते हैं लेकिन मेरी भी मजबूरी होती है । मुझे खुद अपने दाने का इंतजाम करना होता है इसलिए मैं थोड़ी देर बाद फिर से घर की छत पर पहुंच जाती हूं और दाना चुनने लगती हूं । 

मैं जब आसमान में अपनी सहेलियों के साथ में पंख फैलाकर उड़ती  हूं तो बच्चे मुस्कुराते रहते हैं । मैं उनकी मुस्कुराहट उनकी खिलखिलाहट देखती हूं तो मुझे बहुत ही खुशी होती है । पहले हमारे जीवन में बहुत कुछ अच्छा था लेकिन आजकल कई तरह की वजह से मैं शहरों में कमी देखने को मिलती हूं । 

ग्रामीण इलाकों में मैं बहुत सी जगह देखी जाती हूं । मुझे जंगल के कई बड़े पक्षियों एवं जानवरों से डर लगता है इसलिए मैं ज्यादातर पेड़ों की डाल पर या मनुष्य के घरों की छत पर अपना घर बनाना पसंद करती हूं । मुझे जंगल में रहना बहुत ही पसंद है क्योंकि जंगल में हमारे जैसे कई पशु पक्षी रहते हैं । 

मैं गोरैया अपने जीवन में खुश हूं क्योंकि मैं आसमान की सैर कर सकती हूं और अपने खाने का इंतजाम भी आसानी से कर सकती हू । हमारे द्वारा गौरैया की आत्मकथा पर लिखा आर्टिकल अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें और हमें सब्सक्राइब करें 

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