nari chetna essay in hindi
नारी चेतना से आशय है नारी अपनी क्षमताओं को पहचाने और जागे जो लोग नारी पर अत्याचार कर रहे हैं उनका विरोध करें, एक तरह से यही नारी चेतना है। जब नारी अपनी क्षमताओं को, अपनी शक्तियों को पहचानेगी तो जीवन में आगे बढ़ेगी और कई समस्याओं का हल करेगी।
nari chetna essay in hindiआजकल हम देख रहे हैं कि नारी पर कई तरह के अत्याचार किए जा रहे हैं इन अत्याचारों को दूर नारी कर सकती है। नारी देवी का अवतार है, लक्ष्मी का अवतार भी नारी ही है, नारी चाहे तो असंभव को संभव कर शक्ति हैं। इतिहास में कई ऐसे उदाहरण हमें देखने को मिल चुके हैं जिनसे हम समझ सकते हैं कि नारी बहुत कुछ कर सकती है।
जब दुनिया में एक लड़की जन्म लेती है तो कुछ मां-बाप ऐसे होते हैं जो उस लड़की को वोज समझते हैं और जब वह लड़की बड़ी हो जाती है तो मां-बाप उसका विवाह कर देते है तो विवाह के बाद ससुराल वाले उस लड़की पर कई तरह के अत्याचार भी करते हैं। नारी पर अत्याचार करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए लेकिन नारी को भी जागना चाहिए, उसको भी अपनी क्षमता और शक्तियों का ज्ञान होना चाहिए जिससे वह अपने ऊपर हो रहे इन अत्याचारों का डटकर सामना कर सके और जीवन में हर समस्या को दूर करके आगे बढ़ सके।
नारी चेतना के बारे में जिसने भी समझा है वह नारी जीवन में आगे बढ़ी हैं। आजकल हम देखते हैं कि नारी का शोषण किया जा रहा है नारी शाम को घर से बाहर नहीं निकल पाती क्योंकि वह एक तरह से असुरक्षित है लेकिन नारी चेतना को नारी एक बार समझ ले तो उसका भय दूर हो जाए। रानी लक्ष्मीबाई जो कि झांसी की रानी थी जिन्होंने अपनी क्षमता और शक्तियों को पहचाना और अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ डटकर सामना किया।
रानी लक्ष्मीबाई ने अपने जीवन भर कभी हार नहीं मानी। इतिहास में हमें कई ऐसी नारियों के बारे में पता चलता है जिन्होंने अपनी क्षमताओं को पहचान कर कार्य किया था। नारी चेतना के बारे में समझ कर आज की नारी को भी आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि नारी आगे बढ़ेगी तभी देश आगे बढ़ेगा।
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