Self help essay in hindi
स्वयं की मदद जो व्यक्ति करता है वह जीवन में बहुत आगे बढ़ता है. स्वयं की मदद करना बहुत ही जरूरी होता है लेकिन बदलते जमाने के साथ मनुष्य इतना व्यस्त हो गया है कि वह दूसरों की मदद करना तो छोड़िए खुद की मदद भी नहीं कर पाता. मनुष्य खुद की मदद करके बहुत कुछ अच्छा अपने जीवन में कर सकता है. खुद की मदद करने के लिए हम सभी को चाहिए कि हम अपनी कमियों को समझें और उन कमियों को दूर करने की कोशिश करें यह एक तरह से खुद की मदद होती है.
अक्सर लोग ऐसे होते हैं जो अपनी कमियों को नहीं समझना चाहते, वह उन कमियों के साथ ही जीना चाहते हैं ऐसे लोग जीवन में कुछ भी खास नहीं कर पाते लेकिन जो मनुष्य अपने जीवन मैं खुद की मदद करना चाहता है वह खुद से अपने अंदर झांककर देखते है और अपनी कमी को समझकर उसको धीरे-धीरे दूर करते हुए जीवन में आगे बढ़ते है. ऐसे लोग अपनी खुद की मदद करते हुए जीवन में सफलता की बुलंदियों को छूते हैं.
जो बच्चे अपने माता-पिता, गुरुओं की मानते हैं और पढ़ाई करते हैं, सुबह जल्दी जागते हैं, स्नानादि करके स्कूल जाते हैं वह बच्चे किसी दूसरे की नहीं बल्कि अपने खुद की मदद करते हैं. हम सभी सुबह जल्दी जागकर व्यायाम करते हैं, योगाभ्यास करते हैं यह एक तरह से हमारी खुद की मदद करना ही है. हम सभी को चाहिए कि हम अच्छा स्वच्छ भोजन करें जिससे हमारे शरीर का विकास हो. हमारे शरीर का विकास होगा तो जाहिर सी बात है हम अपनी खुद की मदद करेंगे और अपने शरीर को विकास की ओर बढ़ाते हुए जीवन में आगे बढ़ेंगे.
कई संत महात्मा भी कहते हैं कि जिसने स्वयं की मदद की वास्तव में उसने अपने जीवन में बहुत कुछ किया. अपने जीवन काल में मनुष्य यदि सिर्फ अपने खुद की मदद करें तो वह बड़ी-बड़ी मुश्किलों का सामना कर सकता है और कई तरह की व्याधियों से दूर हो सकता है लेकिन अपने जीवन में मनुष्य पूरी तरह से अपनी खुद की मदद नहीं कर पाता.
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