Saturday, 31 October 2020

मेरे गुरु मेरी प्रेरणा पर निबंध Mere guru meri prerna essay in hindi

Mere guru meri prerna essay in hindi

मेरे गुरु मेरी प्रेरणा हैं। गुरु जो हम सभी के जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं, गुरु ही हमें ज्ञान देते हैं हमें अपने विषय की तैयारी करवाते हैं एवं सही और गलत की पहचान बताते हैं। गुरु हमारे जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। गुरु के बगैर हम एक अनजान जानवर के समान होते हैं। हमें चाहिए कि हम गुरु का सम्मान करें।

मेरे गुरु मेरी प्रेरणा है। मेरे गुरु एक ऐसे गुरु हैं जो हमें सही तरह से पढ़ाते हैं। जब भी मुझे कुछ समझ में नहीं आता तो वह मुझे दोबारा से समझाने की कोशिश करते हैं, उनके जीवन का उद्देश्य बच्चों को शिक्षित करके पैसा कमाना नहीं है बल्कि उनका मकसद हमारे गांव के सारे बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देकर उन्हें जीवन में आगे बढ़ाना है। वास्तव में मैं उनकी सोच से काफी प्रेरित होता हूं और मैं भी सोचता हूं कि मैं भी आगे कुछ ऐसा करूंगा जिससे मेरे गुरु का नाम रोशन हो और मेरी वजह से दूसरों को भी मदद मिल सके। 


मेरे गुरु हमेशा हमारी क्लास में सबसे पहले सही समय पर आते हैं, सही समय तक अपनी क्लास लेते हैं, वह समय के बहुत ही पाबंद हैं। वह अपने जीवन के एक-एक क्षण का सदुपयोग करते हैं, एक एक मिनट को वह बहुत ही महत्वपूर्ण समझते हैं और फिजूल में समय नहीं गवाते, उनके इन गुणों को देखकर मैं भी उनसे काफी प्रेरित होता हूं। मैं भी अपने समय का सदुपयोग करता हूं और गुरु की तरह ही अपने हरएक क्षण को महत्वपूर्ण समझकर व्यर्थ नहीं गवाता।


मेरे गुरु सच में मेरे लिए प्रेरणा के स्त्रोत है, उनकी दिनचर्या के बारे में हम सभी छात्रों को भी पता है कि वह सुबह जल्दी जागते हैं, स्नानादि करके सुबह बहुत ही जल्दी तैयार हो जाते हैं और ईश्वर की आराधना आदि करते हैं। वह सुबह-सुबह मंदिर भी जाते हैं। इसके अलावा वह योगाभ्यास भी रोजाना ही करते हैं और फिर स्कूल में हमें पढ़ाने के लिए आ जाते हैं। 


वह अपनी दिनचर्या को इस तरह से व्यवस्थित बनाए हुए हैं कि हर कोई उनकी दिनचर्या को लेकर तारीफ करता है। हम सभी उनकी दिनचर्या से प्रेरित होते हैं और ऐसी ही दिनचर्या हम सभी बनाने की कोशिश करते हैं। मेरे गुरु मेरी प्रेरणा है, मेरे गुरु ने अपने जीवन का एक लक्ष्य बनाया हुआ है, वह अपने लक्ष्य के लिए कार्य करते हैं, वह हमसे भी हमेशा ही अपने लक्ष्य को बनाकर पढ़ाई करने के बारे में कहते हैं।


आप किसी भी क्षेत्र में जाएं पढ़ाई जरूरी ही है। हम सभी अपने गुरु की बातों से प्रेरित होकर पढ़ाई की ओर विशेष ध्यान देते हैं और रोजाना ही स्कूल जाते हैं। जब कभी कोई बच्चा कुछ गलती करता है तो वह उनको समझाते हैं, उनके द्वारा किए गए कार्यों के बुरे परिणामों के बारे में बताते हैं, हर किसी बच्चे को बहुत ही अच्छा लगता है।

वास्तव में हमारे गुरु हमारे लिए प्रेरणा है, हम उनसे काफी प्रेरित होते हैं।


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