बाजार में एक घंटा निबंध
हम सभी कहीं ना कहीं घूमने तो जाते हैं बाजार में भी कभी ना कभी हम घूमने जाते हैं बाजार में कई लोगों को समय बिताना काफी अच्छा लगता है यदि बाजार में एक घंटा भी समय बिताया जाए तो कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
मैं भी अक्सर जब फ्री होता हूं तो कम से कम एक घंटा बाजार में घूमने के लिए जरूर जाता हूं बाजार में घूमने से मेरा तात्पर्य है कि मैं घर की कुछ सामग्री को खरीदने के लिए बाजार जाता हूं जिससे मेरा घूमना भी हो जाता है और साथ में जिस सामान की हमें जरूरत पड़ती है उसकी पूर्ति भी हो जाती है।
मैं रविवार को ज्यादातर फ्री रहता हूं रविवार को मैं अपनी फैमिली या अपने दोस्तों के साथ में एक घंटा बाजार में घूमना पसंद करता हूं जो भी सामग्री खरीदने होती है उसको खरीदने के लिए मैं एक बैग भी अपने साथ रखता हूं। पिछले रविवार को भी मैं 1 घंटे के लिए अपने फैमिली के साथ में घूमने के लिए गया था 1 घंटे का बाजार का यह सफर मेरा बहुत ही अच्छा रहा।
मैं सबसे पहले कपड़े की दुकानों पर गया मैंने वहां पर कुछ कपड़े देखे जो मुझे बहुत ही अच्छे लगे मैंने 2 जोड़ी कपड़े अपने लिए खरीद लिए उसके बाद में जूते चप्पल की दुकान पर भी गया वहां पर मैंने अपने लिए एक अच्छे से जूते लिए जो मैं काफी दिनों से लेने की सोच रहा था वहां पर तरह-तरह के जूते थे लेकिन नीले काले रंग के जूते मुझे बहुत ही पसंद आए इसके बाद में अंत में एक जनरल स्टोर पर गया जहां पर मैंने अपनी सिस्टर के लिए कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदे और उसके बाद हम सभी फैमिली के सदस्य अपने घर आ गए।
वास्तव में उस दिन रविवार को समय हमारा बहुत ही अच्छा गुजरा बाजार में भी चहल-पहल थी, चारों ओर लोग अपने परिवार वालों या दोस्तों के साथ घूम रहे थे, मुझे बाजार में कोई भी व्यक्ति अकेला घूमता हुआ नहीं दिखा। बाजार में काफी भीलवाड़ा रहती है मैंने देखा कई तरह के वाहन मोटरसाइकिल, टैक्सी भी बाजार से निकलते हुए जा रहे थे लेकिन हम तो बाजार अपने घर की कार के द्वारा गए थे जो हमने मार्केट में अंदर प्रवेश से पहले कार रखने वाली जगह पर रख दी थी उसके बाद ही हम अंदर प्रवेश किए थे।
वास्तव में उस रविवार की श्याम बाजार में घूमने का 1 घंटे का समय हमारा बहुत ही अच्छा गुजरा।
दोस्तों मुझे बताएं कि आपको यह आर्टिकल बाजार में एक घंटा निबंध कैसा लगा इसे अपने दोस्तों में शेयर भी जरूर करें।
हम सभी कहीं ना कहीं घूमने तो जाते हैं बाजार में भी कभी ना कभी हम घूमने जाते हैं बाजार में कई लोगों को समय बिताना काफी अच्छा लगता है यदि बाजार में एक घंटा भी समय बिताया जाए तो कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
मैं भी अक्सर जब फ्री होता हूं तो कम से कम एक घंटा बाजार में घूमने के लिए जरूर जाता हूं बाजार में घूमने से मेरा तात्पर्य है कि मैं घर की कुछ सामग्री को खरीदने के लिए बाजार जाता हूं जिससे मेरा घूमना भी हो जाता है और साथ में जिस सामान की हमें जरूरत पड़ती है उसकी पूर्ति भी हो जाती है।
मैं रविवार को ज्यादातर फ्री रहता हूं रविवार को मैं अपनी फैमिली या अपने दोस्तों के साथ में एक घंटा बाजार में घूमना पसंद करता हूं जो भी सामग्री खरीदने होती है उसको खरीदने के लिए मैं एक बैग भी अपने साथ रखता हूं। पिछले रविवार को भी मैं 1 घंटे के लिए अपने फैमिली के साथ में घूमने के लिए गया था 1 घंटे का बाजार का यह सफर मेरा बहुत ही अच्छा रहा।
मैं सबसे पहले कपड़े की दुकानों पर गया मैंने वहां पर कुछ कपड़े देखे जो मुझे बहुत ही अच्छे लगे मैंने 2 जोड़ी कपड़े अपने लिए खरीद लिए उसके बाद में जूते चप्पल की दुकान पर भी गया वहां पर मैंने अपने लिए एक अच्छे से जूते लिए जो मैं काफी दिनों से लेने की सोच रहा था वहां पर तरह-तरह के जूते थे लेकिन नीले काले रंग के जूते मुझे बहुत ही पसंद आए इसके बाद में अंत में एक जनरल स्टोर पर गया जहां पर मैंने अपनी सिस्टर के लिए कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट खरीदे और उसके बाद हम सभी फैमिली के सदस्य अपने घर आ गए।
वास्तव में उस दिन रविवार को समय हमारा बहुत ही अच्छा गुजरा बाजार में भी चहल-पहल थी, चारों ओर लोग अपने परिवार वालों या दोस्तों के साथ घूम रहे थे, मुझे बाजार में कोई भी व्यक्ति अकेला घूमता हुआ नहीं दिखा। बाजार में काफी भीलवाड़ा रहती है मैंने देखा कई तरह के वाहन मोटरसाइकिल, टैक्सी भी बाजार से निकलते हुए जा रहे थे लेकिन हम तो बाजार अपने घर की कार के द्वारा गए थे जो हमने मार्केट में अंदर प्रवेश से पहले कार रखने वाली जगह पर रख दी थी उसके बाद ही हम अंदर प्रवेश किए थे।
वास्तव में उस रविवार की श्याम बाजार में घूमने का 1 घंटे का समय हमारा बहुत ही अच्छा गुजरा।
दोस्तों मुझे बताएं कि आपको यह आर्टिकल बाजार में एक घंटा निबंध कैसा लगा इसे अपने दोस्तों में शेयर भी जरूर करें।
Excellent
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