संस्कृत भाषा पर निबंध
संस्कृत भाषा एक ऐसी भाषा है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है, जो बहुत ही पुरानी भाषा है प्राचीन काल में संस्कृत का उपयोग सबसे ज्यादा ऋषि मुनि करते थे। हमें धार्मिक ग्रंथ संस्कृत में ही पढ़ने को मिलते हैं कई मंत्र जिनके जरिए महान पुरुष बड़े-बड़े कार्य करते हैं हर मंत्र संस्कृत में ही होते हैं।
संस्कृत भाषा सबसे पुरानी भाषा है और ऐसा माना जाता है कि संस्कृत भाषा से ही अन्य भाषाओं का प्रारंभ हुआ है। भारत के अलावा और सारे देश यह मानते हैं कि संस्कृत भाषा बहुत ही पुरानी एवं महत्वपूर्ण भाषा है हमारे भारत देश में संस्कृत भाषा को महत्व देते हुए संस्कृत दिवस मनाया जाता है। संस्कृत भाषा सीखने के लिए विद्यालय एवं विश्वविद्यालय भी हैं।
विश्वविद्यालय वाराणसी, नई दिल्ली, जयपुर, बेंगलुरु, उज्जैन आदि शहरों में स्थित है जिनका उद्देश्य हमारी पुरानी भाषा संस्कृत को आगे बढ़ाना है। कई धार्मिक ग्रंथ जो संस्कृत में लिखे गए हैं काफी प्रसिद्ध है संस्कृत स्कूलों में भी पढ़ाई जाती है जब भी हम हमारे घर पर पूजा पाठ करवाते हैं तो हम देखते हैं कि पूजा पाठ करते समय पंडित संस्कृत के मंत्रों का उपयोग करते हैं।
कई ऋषि महात्माओं ने जो हिंदी भाषा में अनुवाद किया उन्होंने वह अनुवाद संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में किया है क्योंकि पहले केवल संस्कृत भाषा ही प्रसिद्ध थी और जो अन्य भाषाएं हैं इसके बाद ही आई है लेकिन आजकल के आधुनिक दौर में हम सभी अंग्रेजी भाषा को ज्यादा महत्व देते हैं। हिंदी भाषा भी काफी महत्वपूर्ण होती जा रही है लेकिन संस्कृत जैसी पुरानी भाषा आजकल बहुत ही कम देखने को मिलती है हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपनी पुरानी संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने का प्रयास करें।
संस्कृत भाषा जो की बहुत ही महत्वपूर्ण भाषा है इसका हमें उपयोग करना चाहिए। पहले ऋषि, महात्मा, राजा सभी संस्कृत भाषा ही बोलते थे लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे यह लुप्त होती दिख रही है संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार करना हमारा कर्तव्य है।
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संस्कृत भाषा एक ऐसी भाषा है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है, जो बहुत ही पुरानी भाषा है प्राचीन काल में संस्कृत का उपयोग सबसे ज्यादा ऋषि मुनि करते थे। हमें धार्मिक ग्रंथ संस्कृत में ही पढ़ने को मिलते हैं कई मंत्र जिनके जरिए महान पुरुष बड़े-बड़े कार्य करते हैं हर मंत्र संस्कृत में ही होते हैं।
संस्कृत भाषा सबसे पुरानी भाषा है और ऐसा माना जाता है कि संस्कृत भाषा से ही अन्य भाषाओं का प्रारंभ हुआ है। भारत के अलावा और सारे देश यह मानते हैं कि संस्कृत भाषा बहुत ही पुरानी एवं महत्वपूर्ण भाषा है हमारे भारत देश में संस्कृत भाषा को महत्व देते हुए संस्कृत दिवस मनाया जाता है। संस्कृत भाषा सीखने के लिए विद्यालय एवं विश्वविद्यालय भी हैं।
विश्वविद्यालय वाराणसी, नई दिल्ली, जयपुर, बेंगलुरु, उज्जैन आदि शहरों में स्थित है जिनका उद्देश्य हमारी पुरानी भाषा संस्कृत को आगे बढ़ाना है। कई धार्मिक ग्रंथ जो संस्कृत में लिखे गए हैं काफी प्रसिद्ध है संस्कृत स्कूलों में भी पढ़ाई जाती है जब भी हम हमारे घर पर पूजा पाठ करवाते हैं तो हम देखते हैं कि पूजा पाठ करते समय पंडित संस्कृत के मंत्रों का उपयोग करते हैं।
कई ऋषि महात्माओं ने जो हिंदी भाषा में अनुवाद किया उन्होंने वह अनुवाद संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में किया है क्योंकि पहले केवल संस्कृत भाषा ही प्रसिद्ध थी और जो अन्य भाषाएं हैं इसके बाद ही आई है लेकिन आजकल के आधुनिक दौर में हम सभी अंग्रेजी भाषा को ज्यादा महत्व देते हैं। हिंदी भाषा भी काफी महत्वपूर्ण होती जा रही है लेकिन संस्कृत जैसी पुरानी भाषा आजकल बहुत ही कम देखने को मिलती है हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपनी पुरानी संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने का प्रयास करें।
संस्कृत भाषा जो की बहुत ही महत्वपूर्ण भाषा है इसका हमें उपयोग करना चाहिए। पहले ऋषि, महात्मा, राजा सभी संस्कृत भाषा ही बोलते थे लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे यह लुप्त होती दिख रही है संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार करना हमारा कर्तव्य है।
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