खेल का मैदान पर निबंध
खेल का मैदान अक्सर हर गांव और शहर में देखा जाता है खेल के मैदान में लोग कई तरह के खेल खेलते हैं इन खेलों में क्रिकेट, कबड्डी, चिड़िया बल्ला, बॉस्केटबॉल, फुटबॉल जैसे कई खेल होते हैं। लोग अक्सर इस खेल के मैदान में सुबह-शाम खेल खेलने के लिए आते हैं लेकिन कई बच्चे खेल खेलने के लिए दोपहर के समय भी आते हैं।
खेल के मैदान में चारों ओर ऐसी व्यवस्था होती है जिससे कई तरह के जीव जंतु, जानवर आदि प्रवेश न कर सकें खेल के मैदान में आने जाने के लिए एक या दो दरवाजे भी लगे होते हैं जिससे खेल खेलने वाले बच्चे, नौजवान आते रहते हैं। खेल के मैदान में अक्सर समय-समय पर क्रिकेट खेल भी खेला जाता है यह कई लोगों के बीच प्रतियोगिता रखी जाती है खेल का मैदान अलग-अलग जगह के हिसाब से अलग-अलग होता है।
गांव का खेल का मैदान थोड़ा छोटा होता है वहीं शहर का मैदान बड़ा होता है और किसी बड़े शहर का मैदान और भी बड़ा होता है इन खेल के मैदानों में गांव लेवल की यह शहर के लेवल की कई प्रतियोगिताएं होती हैं जिन प्रतियोगिताओं में गांव, शहर के कुछ लोग भाग लेते हैं और जो भी उन प्रतियोगिताओं में जीतते हैं उनको पुरस्कार दिया जाता है। जब उन खेल के मैदानों में प्रतियोगिताएं रखी जाती हैं तब कई सारे लोग बाहर से आकर उन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं और आसपास के कई सारे लोग उन प्रतियोगिताओं को देखने के लिए भी आते हैं।
जब प्रतियोगिताएं चलती है तो खेल के मैदान चारों ओर से भरे हुए रहते हैं लोगों की भीड़ लगी हुई होती है खेल के मैदान कभी-कभी दोपहर के समय खाली भी देखे जाते हैं लेकिन सुबह शाम जरूर ही बच्चे, नौजवान उन खेल के मैदानों में खेल खेलते रहते हैं।
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खेल का मैदान अक्सर हर गांव और शहर में देखा जाता है खेल के मैदान में लोग कई तरह के खेल खेलते हैं इन खेलों में क्रिकेट, कबड्डी, चिड़िया बल्ला, बॉस्केटबॉल, फुटबॉल जैसे कई खेल होते हैं। लोग अक्सर इस खेल के मैदान में सुबह-शाम खेल खेलने के लिए आते हैं लेकिन कई बच्चे खेल खेलने के लिए दोपहर के समय भी आते हैं।
खेल का मैदान काफी लंबा चौड़ा होता है जो दिखने में बहुत ही अच्छा प्रतीत होता है कई लोग यहां पर खेलो के कई तरह के प्रशिक्षण भी देते हैं इस प्रशिक्षण में खेल की प्रैक्टिस करने वाले बच्चे और नौजवान अक्सर आते रहते हैं इन खेल के मैदानों में कई तरह के खेलों को खेलने की तैयारी के लिए कई तरह की व्यवस्था भी होती है जिससे बच्चों को खेल सीखने में आसानी हो। कुछ बच्चे इन खेल के मैदानों में दौड़ते हुए भी नजर आते हैं वह सुबह शाम दौड़ते रहते हैं।खेल के मैदान में चारों ओर ऐसी व्यवस्था होती है जिससे कई तरह के जीव जंतु, जानवर आदि प्रवेश न कर सकें खेल के मैदान में आने जाने के लिए एक या दो दरवाजे भी लगे होते हैं जिससे खेल खेलने वाले बच्चे, नौजवान आते रहते हैं। खेल के मैदान में अक्सर समय-समय पर क्रिकेट खेल भी खेला जाता है यह कई लोगों के बीच प्रतियोगिता रखी जाती है खेल का मैदान अलग-अलग जगह के हिसाब से अलग-अलग होता है।
गांव का खेल का मैदान थोड़ा छोटा होता है वहीं शहर का मैदान बड़ा होता है और किसी बड़े शहर का मैदान और भी बड़ा होता है इन खेल के मैदानों में गांव लेवल की यह शहर के लेवल की कई प्रतियोगिताएं होती हैं जिन प्रतियोगिताओं में गांव, शहर के कुछ लोग भाग लेते हैं और जो भी उन प्रतियोगिताओं में जीतते हैं उनको पुरस्कार दिया जाता है। जब उन खेल के मैदानों में प्रतियोगिताएं रखी जाती हैं तब कई सारे लोग बाहर से आकर उन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं और आसपास के कई सारे लोग उन प्रतियोगिताओं को देखने के लिए भी आते हैं।
जब प्रतियोगिताएं चलती है तो खेल के मैदान चारों ओर से भरे हुए रहते हैं लोगों की भीड़ लगी हुई होती है खेल के मैदान कभी-कभी दोपहर के समय खाली भी देखे जाते हैं लेकिन सुबह शाम जरूर ही बच्चे, नौजवान उन खेल के मैदानों में खेल खेलते रहते हैं।
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