Thursday, 11 June 2020

एक सड़क की आत्मकथा Autobiography of road in hindi

रोड की आत्मकथा

मैं सड़क बोल रही हूँ, जो एक शहर को दूसरे शहर से जोड़ती हूं मैं लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती हूं क्योंकि लोग मेरे ऊपर ही चलकर अपने लक्ष्य तक पहुंच पाते हैं मुझे खुशी होती है कि मैं लोगों को अपने स्थान पर पहुंचाने में मदद करती हूं एक गांव से दूसरे गांव या शहर तक पहुंचने के लिए जिस रास्ते के द्वारा जाया जाता था रास्ता मिट्टी लाल, बजरी आदि से ही बना होता था लेकिन आजकल के जमाने में वह रास्ता पक्का बना दिया गया है।


मैं काफी मजबूत हूं बड़े-बड़े वाहन मेरे ऊपर चल कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं मैं ट्रक, कार दो पहिया वाहन बस आदि को अपने ऊपर से जाते हुए देखती हूं कई जगह पर मैं घुमावदार होती हूं तो कई जगह पर मैं सीधी होती हूं जिससे लोगों को अपने वाहन चलाने में सुविधा होती है। आजकल गांव गांव में सड़क देखने को मिलती है आजकल विकास के साथ सरकार ने शहरों के बाहर से भी मेरी सड़क निकाली है जिसे लोग बाईपास भी कहते हैं जिसकी वजह से दुर्घटनाएं कम हुई हैं।


यदि लोगों के एक्सीडेंट आजकल ज्यादातर देखने को मिलते हैं तो इसमें गलती मेरी नहीं है इसमें गलती वाहन चलाने वाले लोगों की है जो सही तरह से बाहर नहीं चलाते और लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर खुद को और दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं। मैं अपने जीवन में आज काफी दुखी होती हूं जब किसी का एक्सीडेंट होता है कई सारे लोगों को मैंने सड़कों पर तड़पते हुए देखा है, कई सारे लोग रोजाना मेरे ऊपर मारे जाते हैं लेकिन मैं हमेशा अपने रास्ते पर अडीग रहती हूं दिन प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं की वजह से मेरे रास्ते पर भी गड्ढे हो जाते हैं।


जिस वजह से लोगों को मेरे ऊपर वाहन चलाने में असुविधा होती है लेकिन सरकार उन गड्ढों को ठीक करवाती हैं और मैं फिर से तंदुरुस्त हो जाती हूं मैं हमेशा सोचती रहती हूं कि पता नहीं मेरे ऊपर जो लोग लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हैं और जिनकी दुर्घटना में मौत हो जाती हैं उनके परिवार पर क्या गुजरती होगी लापरवाही बरतने से रुकते ही नहीं है लोगों को दिन प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं से सबक लेना चाहिए और सावधानी पूर्वक वाहन चलाना चाहिए।


 मैं भी दिन प्रतिदिन रक्त में लिपटी बहुत दुखी होती हूं कई बाहर के लोग मेरा निर्माण करने के लिए रुपए बचाने के चक्कर में ठीक तरह से मेरा निर्माण नहीं करते और मेरे निर्माण में उपयोग में लिए जाने वाली सामग्री को बचा लेते हैं या सस्ती सामग्री सड़क निर्माण में उपयोग करते हैं जिससे मैं जल्दी क्षतिग्रस्त हो जाती हूं और मुझ पर वाहन चलाने वाले लोगों को नुकसान होता है।


 मेरा निर्माण करने वालों को यह समझने की जरूरत है कि मैं यदि सुरक्षित रहूंगी तो बहुत सारे लोग दुर्घटना के शिकार होने से बच सकेंगे लोगों को अपने लालच से बचना चाहिए और इस तरह के कार्य नहीं करना चाहिए। आजकल मैं काफी खुश हूं क्योंकि मेरा विस्तार आजकल गांव गांव तक हो गया है और जिन गांवो तक अभी मेरा विस्तार नहीं हुआ है वहां तक पहुंचने की मेरी तैयारी हो चुकी है जल्दी ही मैं प्रत्येक गांव तक पहुंची।


 दोस्तों मेरे द्वारा लिखी सड़क की आत्मकथा आपको कैसी लगी हमें जरूर बताएं इसी तरह के बेहतरीन आर्टिकल को पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब करना ना भूलें।

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