मुड़ो प्रकृति की ओर पर निबंध
हम सभी इस प्रकृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है इस प्रकृति में मनुष्य, जीव जंतु, पशु पक्षी सभी रहते हैं इस प्रकृति में पेड़ पौधे आदि भी हैं जो प्रकृति का एक अहम हिस्सा है और सबसे महत्वपूर्ण यह है।
आज हम देखें मनुष्य इस आधुनिक युग में तेजी से विकास कर रहा है इस वैज्ञानिक युग में मनुष्य कई ऐसे अविष्कार भी कर रहा है जिससे उसका जीवन सहज हो गया है लेकिन मनुष्य ने अपने फायदे के लिए कई ऐसे कार्य भी किए हैं जो प्रकृति के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। हम सभी को चाहिए कि हम प्रकृति की ओर मोड़ें आज हम देखें तो मनुष्य वृक्षों की अंधाधुंध कटाई कर रहा है इस शहरी करण में मनुष्य भूल गया है कि पेड़-पौधे प्रकृति का एक अहम हिस्सा हैं और यदि हम पेड़ पौधों की कटाई करेंगे तो यह हमारी प्रकृति का नुकसान है।
हम सभी को चाहिए कि हम अपने जीवन में पेड़ पौधे जरूर लगाएं और वृक्षारोपण की और खुद भी जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें क्योंकि हमें प्रकृति की ओर मोड़ना चाहिए। आज हम देखे तो मनुष्य ने अपनी खेती को करने का तरीका भी बदल दिया है मनुष्य खेती करने के लिए कई रासायनिक खादों का उपयोग भी करता है जिससे कुछ समय तक तो कृषि को लाभ होता है लेकिन आखिर में कृषि को नुकसान ही होता है इन सभी से बचने के लिए मनुष्य को चाहिए कि वह प्रकृति की ओर मोडे और प्राकृतिक खादों का उपयोग करें तभी मनुष्य का जीवन बहुत ही बेहतरीन हो सकता है।
मनुष्य लंबे समय तक इस पृथ्वी पर जीवन यापन कर सकता है आज मनुष्य ने प्रकृति को कई तरह से नुकसान पहुंचाया है जिस वजह से बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने यह तक कह दिया है कि आने वाले कुछ समय बाद मनुष्य को किसी अन्य ग्रह पर रहने की आवश्यकता पड़ सकती है हो सकता है पृथ्वी पर मनुष्य ना रह पाए यह सब वैज्ञानिकों ने क्यों कहा क्योंकि हम अपनी प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं हम सभी को चाहिए कि हम प्रकृति की ओर मुड़े और अपनी इस प्यारी सी पृथ्वी को बचाने के लिए कार्य करें।
देश के लिए कार्य करें हमें चाहिए कि हम पृथ्वी पर स्वच्छता बनाए रखें आज हम देखें तो मनुष्य कई तरह के प्रदूषण अपने चारों ओर फैला रहा है मनुष्य का कर्तव्य है कि वह किसी भी तरह का प्रदूषण ना फैलाएं वह जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण आदि ना होने दें और प्राकृतिक वातावरण में रहे तभी मनुष्य अपने जीवन को लंबे समय तक इस पृथ्वी पर यापन कर सकता है।
आज हम देखें तो पृथ्वी पर कई तरह के जीव जंतु, पशु पक्षी धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहे हैं यह सभी लोग इसलिए हो रहे हैं क्योंकि कहीं ना कहीं हमने अपने वातावरण को प्रदूषित कर दिया है पशु पक्षियों एवं जानवरों के लुप्त होने की वजह से प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है और मानव को जीवन यापन करने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हम सभी किताबों में कई तरह की इस तरह की बातें भी पढ़ते हैं जिनका उद्देश्य प्रकृति की ओर मुड़ना है लेकिन हम सभी उन किताबी बातों को सिर्फ पढ़ते हैं हम उन किताबी बातों को अपने जीवन में नहीं अपनाते जिस वजह से कुछ भी बदलाव हमें देखने को नहीं मिलता हम सभी को बदलना चाहिए और प्रकृति की ओर मुड़ना चाहिए।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आप अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूलें
हम सभी इस प्रकृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है इस प्रकृति में मनुष्य, जीव जंतु, पशु पक्षी सभी रहते हैं इस प्रकृति में पेड़ पौधे आदि भी हैं जो प्रकृति का एक अहम हिस्सा है और सबसे महत्वपूर्ण यह है।
आज हम देखें मनुष्य इस आधुनिक युग में तेजी से विकास कर रहा है इस वैज्ञानिक युग में मनुष्य कई ऐसे अविष्कार भी कर रहा है जिससे उसका जीवन सहज हो गया है लेकिन मनुष्य ने अपने फायदे के लिए कई ऐसे कार्य भी किए हैं जो प्रकृति के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। हम सभी को चाहिए कि हम प्रकृति की ओर मोड़ें आज हम देखें तो मनुष्य वृक्षों की अंधाधुंध कटाई कर रहा है इस शहरी करण में मनुष्य भूल गया है कि पेड़-पौधे प्रकृति का एक अहम हिस्सा हैं और यदि हम पेड़ पौधों की कटाई करेंगे तो यह हमारी प्रकृति का नुकसान है।
हम सभी को चाहिए कि हम अपने जीवन में पेड़ पौधे जरूर लगाएं और वृक्षारोपण की और खुद भी जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें क्योंकि हमें प्रकृति की ओर मोड़ना चाहिए। आज हम देखे तो मनुष्य ने अपनी खेती को करने का तरीका भी बदल दिया है मनुष्य खेती करने के लिए कई रासायनिक खादों का उपयोग भी करता है जिससे कुछ समय तक तो कृषि को लाभ होता है लेकिन आखिर में कृषि को नुकसान ही होता है इन सभी से बचने के लिए मनुष्य को चाहिए कि वह प्रकृति की ओर मोडे और प्राकृतिक खादों का उपयोग करें तभी मनुष्य का जीवन बहुत ही बेहतरीन हो सकता है।
मनुष्य लंबे समय तक इस पृथ्वी पर जीवन यापन कर सकता है आज मनुष्य ने प्रकृति को कई तरह से नुकसान पहुंचाया है जिस वजह से बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने यह तक कह दिया है कि आने वाले कुछ समय बाद मनुष्य को किसी अन्य ग्रह पर रहने की आवश्यकता पड़ सकती है हो सकता है पृथ्वी पर मनुष्य ना रह पाए यह सब वैज्ञानिकों ने क्यों कहा क्योंकि हम अपनी प्रकृति से दूर होते जा रहे हैं हम सभी को चाहिए कि हम प्रकृति की ओर मुड़े और अपनी इस प्यारी सी पृथ्वी को बचाने के लिए कार्य करें।
देश के लिए कार्य करें हमें चाहिए कि हम पृथ्वी पर स्वच्छता बनाए रखें आज हम देखें तो मनुष्य कई तरह के प्रदूषण अपने चारों ओर फैला रहा है मनुष्य का कर्तव्य है कि वह किसी भी तरह का प्रदूषण ना फैलाएं वह जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण आदि ना होने दें और प्राकृतिक वातावरण में रहे तभी मनुष्य अपने जीवन को लंबे समय तक इस पृथ्वी पर यापन कर सकता है।
आज हम देखें तो पृथ्वी पर कई तरह के जीव जंतु, पशु पक्षी धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहे हैं यह सभी लोग इसलिए हो रहे हैं क्योंकि कहीं ना कहीं हमने अपने वातावरण को प्रदूषित कर दिया है पशु पक्षियों एवं जानवरों के लुप्त होने की वजह से प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है और मानव को जीवन यापन करने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हम सभी किताबों में कई तरह की इस तरह की बातें भी पढ़ते हैं जिनका उद्देश्य प्रकृति की ओर मुड़ना है लेकिन हम सभी उन किताबी बातों को सिर्फ पढ़ते हैं हम उन किताबी बातों को अपने जीवन में नहीं अपनाते जिस वजह से कुछ भी बदलाव हमें देखने को नहीं मिलता हम सभी को बदलना चाहिए और प्रकृति की ओर मुड़ना चाहिए।
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Good
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