विद्यार्थी जीवन और अनुशासन निबंध हिंदी में
विद्यार्थी जीवन और अनुशासन दोनों ही सबसे महत्वपूर्ण है सच बात तो यह है कि अनुशासन के बगैर एक विद्यार्थी का जीवन व्यर्थ है जिस विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन नहीं होता विद्यार्थी जीवन बेमतलब का होता है। विद्यार्थी जीवन में एक विद्यार्थी को अनुशासन में रहना चाहिए और अनुशासन में जीवन भर रहना भी सीखना चाहिए क्योंकि जीवन में अनुशासन में रहने का सबसे ज्यादा महत्व है।
importance of discipline in student life essay in hindi
यह सब अनुशासन में रहना हम विद्यार्थी जीवन में अच्छी तरह से सीख सकते हैं विद्यार्थी जीवन में हम सभी को चाहिए कि हम सुबह जल्दी जागे और दैनिक दिनचर्या से निवृत्त होकर अपने अन्य कार्यों को करें समय पर स्कूल या कॉलेज जाएं नियमित रूप से अपने होमवर्क को करें विद्यार्थियों को चाहिए कि वह अपने अध्यापकों की बातों का अनुसरण करें क्योंकि कहते हैं कि गुरु ईश्वर से भी बढ़कर होता है गुरु ही हमें आगे बढ़ने का जीवन की परिस्थितियों का सामना करने का ज्ञान प्रदान करता है।
गुरु हमें अपने जीवन मैं आगे बढ़ने का मार्ग प्रदान करता है हमें चाहिए कि हम अपने गुरु, माता पिता का सम्मान करें कभी भी गुरु, माता पिता की बातों की अवहेलना न करें हमेशा अपने आप को अनुशासन में रहना सींखे। हमें चाहिए कि हम विद्यार्थी जीवन में व्यायाम और खेल कूंद भी नियमित रूप से करें अपनी एक दैनिक दिनचर्या जरूर बनाएं।
विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई के साथ साथ खेलने कूदने आदि का विशेष महत्व है यह हम सभी को समझना चाहिए विद्यार्थियों का कर्तव्य है कि वह अपने विद्यालय में हमेशा अनुशासन बनाए रखें। विद्यालय की साफ सफाई का ध्यान रखें विद्यालय एवं विद्यालय की कक्षा में कुछ भी इधर उधर ना फेंखे
अपने गुरुजनों से आदर के साथ बात करें और अनुशासन में रहें आजकल के आधुनिक युग में बहुत कुछ बदलते हुए देखा जा रहा है।
पहले के जमाने में गुरु को भगवान से भी बढ़कर समझा जाता था लेकिन आजकल के कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपने गुरुजनों से आदर के साथ बात नहीं करते वह अपने अनुशासन को भूलते हुए जा रहे हैं यह बिल्कुल भी सही नहीं है क्योंकि विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व सबसे ज्यादा है। विद्यार्थी इस समय में जो भी कुछ सीखता है उसी से उसका भविष्य निर्धारित होता है यदि विद्यार्थी अपने इस विद्यार्थी जीवन में अनुशासन में रहना सीख जाता है तो जीवन की विकट परिस्थितियों को भी अच्छी परिस्थितियों में बदल सकता है।
बड़ी से बड़ी कठिनाई का सामना कर सकता है और अपने समाज एवं देश के लिए एक बहुत बड़ा योगदान दे सकता है लेकिन विद्यार्थी जीवन में कोई विद्यार्थी अनुशासन में रहना नहीं सीख पाया है तो वह ना तो अपने जीवन में कुछ अच्छा कर पाता है और ना ही वह अपने देश के विकास में कोई योगदान दे पाता है इसलिए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व समझना चाहिए और विद्यार्थियों को हमेशा अनुशासन में रहना चाहिए तभी उसके चरित्र का विकास हो सकता है।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले और हमें सब्सक्राइब जरूर करें।
विद्यार्थी जीवन और अनुशासन दोनों ही सबसे महत्वपूर्ण है सच बात तो यह है कि अनुशासन के बगैर एक विद्यार्थी का जीवन व्यर्थ है जिस विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन नहीं होता विद्यार्थी जीवन बेमतलब का होता है। विद्यार्थी जीवन में एक विद्यार्थी को अनुशासन में रहना चाहिए और अनुशासन में जीवन भर रहना भी सीखना चाहिए क्योंकि जीवन में अनुशासन में रहने का सबसे ज्यादा महत्व है।
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यह सब अनुशासन में रहना हम विद्यार्थी जीवन में अच्छी तरह से सीख सकते हैं विद्यार्थी जीवन में हम सभी को चाहिए कि हम सुबह जल्दी जागे और दैनिक दिनचर्या से निवृत्त होकर अपने अन्य कार्यों को करें समय पर स्कूल या कॉलेज जाएं नियमित रूप से अपने होमवर्क को करें विद्यार्थियों को चाहिए कि वह अपने अध्यापकों की बातों का अनुसरण करें क्योंकि कहते हैं कि गुरु ईश्वर से भी बढ़कर होता है गुरु ही हमें आगे बढ़ने का जीवन की परिस्थितियों का सामना करने का ज्ञान प्रदान करता है।
गुरु हमें अपने जीवन मैं आगे बढ़ने का मार्ग प्रदान करता है हमें चाहिए कि हम अपने गुरु, माता पिता का सम्मान करें कभी भी गुरु, माता पिता की बातों की अवहेलना न करें हमेशा अपने आप को अनुशासन में रहना सींखे। हमें चाहिए कि हम विद्यार्थी जीवन में व्यायाम और खेल कूंद भी नियमित रूप से करें अपनी एक दैनिक दिनचर्या जरूर बनाएं।
विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई के साथ साथ खेलने कूदने आदि का विशेष महत्व है यह हम सभी को समझना चाहिए विद्यार्थियों का कर्तव्य है कि वह अपने विद्यालय में हमेशा अनुशासन बनाए रखें। विद्यालय की साफ सफाई का ध्यान रखें विद्यालय एवं विद्यालय की कक्षा में कुछ भी इधर उधर ना फेंखे
अपने गुरुजनों से आदर के साथ बात करें और अनुशासन में रहें आजकल के आधुनिक युग में बहुत कुछ बदलते हुए देखा जा रहा है।
पहले के जमाने में गुरु को भगवान से भी बढ़कर समझा जाता था लेकिन आजकल के कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपने गुरुजनों से आदर के साथ बात नहीं करते वह अपने अनुशासन को भूलते हुए जा रहे हैं यह बिल्कुल भी सही नहीं है क्योंकि विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व सबसे ज्यादा है। विद्यार्थी इस समय में जो भी कुछ सीखता है उसी से उसका भविष्य निर्धारित होता है यदि विद्यार्थी अपने इस विद्यार्थी जीवन में अनुशासन में रहना सीख जाता है तो जीवन की विकट परिस्थितियों को भी अच्छी परिस्थितियों में बदल सकता है।
बड़ी से बड़ी कठिनाई का सामना कर सकता है और अपने समाज एवं देश के लिए एक बहुत बड़ा योगदान दे सकता है लेकिन विद्यार्थी जीवन में कोई विद्यार्थी अनुशासन में रहना नहीं सीख पाया है तो वह ना तो अपने जीवन में कुछ अच्छा कर पाता है और ना ही वह अपने देश के विकास में कोई योगदान दे पाता है इसलिए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व समझना चाहिए और विद्यार्थियों को हमेशा अनुशासन में रहना चाहिए तभी उसके चरित्र का विकास हो सकता है।
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