Saturday, 30 May 2020

अविस्मरणीय सपना पर निबंध Essay on unforgettable dream in hindi

अविस्मरणीय सपना पर निबंध

जीवन में हम रात में सोते हुए कई तरह के सपने देखते हैं आज जो मैं सपना आपको सुनाने वाला हूं वह ऐसा सपना है जिसको मैं भूले भुला नहीं पा रहा हूं वह सपना मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण सपना बनता जा रहा है।

    Essay on unforgettable dream in hindi

 दरअसल एक रात मैं जल्दी सो गया था मुझे सुबह जल्दी जागना था जैसे ही मैं सोया तो सपनों की दुनिया में गुम हो गया वैसे तो मैं बहुत ही कम सपने देखता हूं और कुछ सपने में देखता हूं तो अक्सर भूल जाता हूं लेकिन आज 5 साल मुझे वह सपना देखे हुए हो चुके हैं और वह सपना में आज भी नहीं भूल पाया हूं दरअसल उस सपने में हुआ कुछ यूं था कि मैं अपने दोस्तों के साथ गर्मियों के मौसम में एक ऐसी जगह घूमने गया था जहां का वातावरण बहुत ही अच्छा था गर्मियां इतनी तेज पड़ रही थी कि घर में भी बहुत तेज गर्मी लग रही थी।



कहीं पर भी जाने का मन नहीं कर रहा था लेकिन मेरे दोस्तों के बार बार कहने पर मैं उस स्थान पर गया वहां पर मैं जब पहुंचा तो मैंने देखा कि वहां पर बहुत ही ठंडी ठंडी हवा चल रही हैं चारों तरफ पेड़ पौधे लग रहे हैं हम सभी दोस्त एक दूसरे के साथ बातचीत करके नदी तट पर जा पहुंचे और वहां पर हम सभी काफी खुश थे नदी तट पर जब मैंने देखा कि कई सारी नाव में बैठकर बहुत सारे लोग नदी की सैर कर रहे हैं तो मैंने भी नदी की सैर करने का सोचा।


 मैं अपने दोस्तों के साथ एक नाव में सवार हो गया और फिर नदी की शहर की। अब इस बहुत ही बेहतरीन मौसम में हमें नदी में डुबकी लगाना था इसके लिए हम सभी उस नदी में एक साथ तैरने लगे मुझे बहुत ही कम तैरना आता था लेकिन मैं अपने दोस्तों के सहयोग के साथ बहुत देर तक तैरता रहा वहां पर कई सारे सुंदर पक्षी भी थे जिनकी मधुर ध्वनि से चारों ओर का वातावरण बहुत ही अच्छा लग रहा था।


 मैंने देखा कि काफी गर्मी हमारे शहर में थी लेकिन उस जगह पर तो बर्फ जम रही थी पहाड़ों पर देखने पर लग रहा था कि बर्फ का पानी नीचे जमीन पर वाह रहा है ऐसा दृश्य देखकर मैं काफी खुश हुआ। मैं थोड़ा असचारियेजनिक हुआ कि हमारे शहर में इतनी गर्मी और शहर से बस थोड़ी सी दूर ही इस जगह पर इतना अच्छा वातावरण यह कैसे हो सकता है मैं अक्सर अपने ऑफिस से आने के बाद यहां पर शाम को अपने परिवार के साथ गर्मियों के दिन में घूमने आया करूंगा।


 मुझे काफी खुशी महसूस हुई इस स्थान के बारे में जानकारी हुई वहां पर बहुत सारे बच्चे अपने माता-पिता के साथ घूम रहे थे कई पति पत्नी भी इस ठंड के मौसम में घूमते हुए नजर आ रहे थे कुछ तैर भी रहे थे बहुत ही अच्छा लग रहा था चारों ओर का वातावरण ऐसा लग रहा था कि अब यहीं रुक लिया जाए यहां से कहीं दूर न जाया जाए लेकिन थोड़ी देर बाद मेरे दोस्तों के कहने पर मैं अपने घर जाने के लिए तैयार हुआ लेकिन मैंने सोचा था कि चलो जगह तो देखी ली है कल शाम को फिर से आ जाएंगे यह सोचकर में काफी खुश था।


कुछ देर बाद मेरी नींद खुल गई और जब मेरी नींद खुली तो मैंने महसूस किया कि मेरे होठों पर मुस्कान थी मैंने सोचा कि यह तो एक सपना ही था शायद बहुत तेज गर्मी लग रही थी इस वजह से इस तरह का सपना मैंने देखा था दोस्तों यह अविस्मरणीय सपना मुझे आज भी बहुत ही अच्छी तरह से याद है जब भी गर्मी पड़ती है तो अक्सर यह सपना मुझे याद आता है कि काश ऐसा होता तो कितना अच्छा होता।


 तो दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल अविस्मरणीय सपना पर निबंध आपको कितना पसंद आया हमें जरूर बताएं इसे अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूलें

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