Saturday, 2 May 2020

जब मैंने पहली बार साइकिल चलाई Essay on jab maine pehli baar cycle chalai

जब मैंने पहली बार साइकिल चलाई

जब मैंने पहली बार साइकिल चलाई तो मुझे काफी खुशी हुई मैंने काफी बार कोशिश भी की और कुछ बार में साइकिल चलाते समय गिर पड़ा था जिस वजह से मुझे थोड़ा दुख भी हुआ था लेकिन साइकिल चलाते हुए जब मैं किसी दूसरे को देखता था तो मैं सोचता था कि काश में जल्द से जल्द साइकिल चलाना सीख जाऊं।

           

दरासल मेरे से थोड़े बड़े हमारे आस पड़ोस में रहने वाले बच्चे साइकिल चलाते रहते थे जब मैं उन्हें देखता था तो मुझे अच्छा लगता था लेकिन थोड़ा बुरा भी लगता था कि मैं साइकिल नहीं चला पाता हूं। एक रोज मैंने अपने पिताजी से मेरे लिए एक छोटी सी साइकिल खरीदने को कहा पिताजी ने अगले दिन ही मुझे एक छोटी सी साइकिल खरीद कर दी अब मैं उस साइकिल को चलाने का प्रयत्न करता। मेरा बड़ा भाई साइकिल चलाने में मेरी मदद करता हालांकि एक-दो दिन में मैं साइकिल चलाना नहीं सीखा मुझे साइकिल चलाने में कुछ दिन लग गए थे और जब मैं कुछ दिनों के बाद साइकिल चलाना सीख गया तो मुझे ऐसा लगा कि मैं अब सब कुछ कर लूंगा।


 अब मैं हवा में झूल रहा हूं मुझे काफी अजीब सा लग रहा था कि आखिर में इन दो पहियों की साइकिल चला कैसे पा रहा हूं जब मैंने पहली बार साइकिल चलाई तो मुझे अपने आप पर विश्वास ही नहीं हो रहा था क्योंकि इससे पहले मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद मैं कभी भी साइकिल नहीं चला पाऊंगा लेकिन लगातार की हुई मेरी प्रत्न की वजह से आखिर में साइकिल चलाना सीखी गया जब मैं पहली बार साइकिल चलाते हुए अपने माता-पिता के सामने आया तो वह भी काफी खुश हुए हर किसी ने मेरी तारीफ की अब मैं उसी दिन धीरे-धीरे से अपने गांव की गलियों में साइकिल चलाता रहा।


 मुझे साइकिल चलाने में काफी खुशी मिल रही थी जब मैंने पहली बार साइकिल चलाई थी तो मेरा वह अनुभव वास्तव में मेरे पूरे जीवन में काफी महत्वपूर्ण रहा मैं अक्सर सोचा करता था कि साइकिल में नहीं चला पाऊंगा क्योंकि मुझे साइकिल चलाना थोड़ा असंभव सा भी लगता था लेकिन बार-बार जब मैंने कोशिश की तो आखिर में मैं साइकिल चलाना सीख गया।


 इसी तरह से मेरे जीवन में कई कार्य मुझे ऐसे लगते हैं कि शायद मैं अपने उन कार्यों को नहीं कर पाऊंगा लेकिन मैं हमेशा यही सोचता हूं कि जिस तरह से दूसरों को साइकिल चलाते हुए देखकर मैं साइकिल चलाना सीख सकता हूं उसी तरह से मैं अपने किसी भी कार्य में सफल हो सकता हूं। वास्तव में मेरी पहली बार साइकिल चलाना कठिन है अभ्यास मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण था अब मैं बड़ा हो गया हूं साइकिल चलाना मेरे लिए अब और भी आसान है। मैं एक हाथ से भी साइकिल चला सकता हूं मुझे लगता है कि मेरी तरह हर किसी को पहली बार साइकिल चलाने का अनुभव याद तो होगा ही।


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