अज्ञानता पर निबंध
यदि किसी व्यक्ति को महत्वपूर्ण विषयों के बारे में ज्ञान नहीं होता तो यह सब उस व्यक्ति की अज्ञानता होती है ऐसा व्यक्ति अज्ञानी कहलाता है अज्ञानी व्यक्ति का कोई सम्मान नहीं करता अज्ञानी व्यक्ति को समाज में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है एक और जहां ज्ञानी व्यक्ति अपने परिवार को, अपने समाज को, अपने सारे देश को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाता है वहीं एक अज्ञानी व्यक्ति की अज्ञानता के कारण परिवार समाज और देश विकास की रहा से काफी दूर होता है।
एक व्यक्ति की अज्ञानता एक परिवार समाज और देश के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है अज्ञानता की वजह से देश में कई तरह की समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ सकता है। एक अज्ञानी व्यक्ति अपने परिवार को मुसीबत में डाल सकता है, एक अज्ञानी व्यक्ति अपने देश को बर्बाद भी कर सकता है हम सभी को ज्ञानवान बनने की जरूरत है तभी हम देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
अज्ञानता एक ऐसी भावना है जो भले ही दिखती नहीं है लेकिन वास्तव में वह एक समाज और एक देश के लिए घातक साबित हो सकती हैं। हम सभी बचपन से ही स्कूलों में जाते हैं तो सिर्फ और सिर्फ ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमें स्कूलों में जाकर उस ज्ञान प्राप्त करके अपने परिवार समाज और इस देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की कोशिश करते हैं और कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए ज्ञान का सहारा भी हम जीवन भर लेते हैं।
यह कई तरह का ज्ञान हमें स्कूल से ही मिलना शुरू हो जाता है हमें वहां पर सोचने समझने की क्षमता प्राप्त होती है लेकिन यदि कोई व्यक्ति बचपन में गुरुकुल, स्कूलों से दूर होता है तो वह उस ज्ञान के सागर से दूर हो जाता है जिसकी हम सभी को काफी आवश्यकता होती है। कहते हैं ज्ञान के बगैर एक मनुष्य पशु के समान होता है ज्ञान एक सागर होता है जिसमें जितनी डुबकी लगाएं उतनी कम है हम सभी को एक महान इंसान बनने के लिए अपने स्कूल के दिनों से ही ज्ञान अर्जित करना चाहिए तभी हम जीवन में एक सफल इंसान बन सकते हैं।
हमें चाहिए कि हम जीवन में आगे बढ़ने के प्रति अपने कार्यों के प्रति ज्ञान अर्जित करें जिससे जीवन में कई तरह की समस्याओं से हमें डरना ना पड़े जीवन में कई समस्याएं आती हैं जब हम ज्ञान के जरिए ही उन समस्याओं से दूर हो सकते हैं ज्ञान के बगैर वह समस्याएं हमें घेर लेती हैं फिर उन समस्याओं से निकलना काफी मुश्किल हो जाता है एक अज्ञानता हमारा जीवन भर पीछा नहीं छोड़ती इस अज्ञानता को दूर करने के लिए हमें बचपन से ही बहुत कुछ सीखना होता है। एक ज्ञानी व्यक्ति अपने ज्ञान के जरिए बड़ी-बड़ी समस्याओं को हल कर सकता है।
चाणक्य जोकि एक महान ज्ञानी थे उन्होंने अपने ज्ञान के जरिए बड़े बड़े राजा महाराजाओं को हरा दिया था एक ज्ञानी पुरुष बहुत बड़ी सेनाओं से बढ़कर होता है वह अपने ज्ञान के जरिए ही ऐसे असंभव कार्य को करता है जिनको करना संभव नहीं होता है और एक अज्ञानता मनुष्य को सबसे पीछे रख देती है मनुष्य के पास कितनी ही शक्ति क्यों ना हो यदि वह अज्ञानी है तो उसकी सारी शक्ति बेकार है। एक राजा के पास कितनी भी सेना क्यों ना हो जब तक उसके पास ज्ञान नहीं होता तब तक उसके लिए युद्ध जीतना काफी मुश्किल होता है एक व्यक्ति की अज्ञानता उसको जीवन में काफी पीछे रख देती है।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा है यह आर्टिकल अज्ञानता पर निबंध अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर जरूर करें और हमें कमेंट भी जरूर करें।
यदि किसी व्यक्ति को महत्वपूर्ण विषयों के बारे में ज्ञान नहीं होता तो यह सब उस व्यक्ति की अज्ञानता होती है ऐसा व्यक्ति अज्ञानी कहलाता है अज्ञानी व्यक्ति का कोई सम्मान नहीं करता अज्ञानी व्यक्ति को समाज में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है एक और जहां ज्ञानी व्यक्ति अपने परिवार को, अपने समाज को, अपने सारे देश को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाता है वहीं एक अज्ञानी व्यक्ति की अज्ञानता के कारण परिवार समाज और देश विकास की रहा से काफी दूर होता है।
एक व्यक्ति की अज्ञानता एक परिवार समाज और देश के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है अज्ञानता की वजह से देश में कई तरह की समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ सकता है। एक अज्ञानी व्यक्ति अपने परिवार को मुसीबत में डाल सकता है, एक अज्ञानी व्यक्ति अपने देश को बर्बाद भी कर सकता है हम सभी को ज्ञानवान बनने की जरूरत है तभी हम देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
अज्ञानता एक ऐसी भावना है जो भले ही दिखती नहीं है लेकिन वास्तव में वह एक समाज और एक देश के लिए घातक साबित हो सकती हैं। हम सभी बचपन से ही स्कूलों में जाते हैं तो सिर्फ और सिर्फ ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमें स्कूलों में जाकर उस ज्ञान प्राप्त करके अपने परिवार समाज और इस देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की कोशिश करते हैं और कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए ज्ञान का सहारा भी हम जीवन भर लेते हैं।
यह कई तरह का ज्ञान हमें स्कूल से ही मिलना शुरू हो जाता है हमें वहां पर सोचने समझने की क्षमता प्राप्त होती है लेकिन यदि कोई व्यक्ति बचपन में गुरुकुल, स्कूलों से दूर होता है तो वह उस ज्ञान के सागर से दूर हो जाता है जिसकी हम सभी को काफी आवश्यकता होती है। कहते हैं ज्ञान के बगैर एक मनुष्य पशु के समान होता है ज्ञान एक सागर होता है जिसमें जितनी डुबकी लगाएं उतनी कम है हम सभी को एक महान इंसान बनने के लिए अपने स्कूल के दिनों से ही ज्ञान अर्जित करना चाहिए तभी हम जीवन में एक सफल इंसान बन सकते हैं।
हमें चाहिए कि हम जीवन में आगे बढ़ने के प्रति अपने कार्यों के प्रति ज्ञान अर्जित करें जिससे जीवन में कई तरह की समस्याओं से हमें डरना ना पड़े जीवन में कई समस्याएं आती हैं जब हम ज्ञान के जरिए ही उन समस्याओं से दूर हो सकते हैं ज्ञान के बगैर वह समस्याएं हमें घेर लेती हैं फिर उन समस्याओं से निकलना काफी मुश्किल हो जाता है एक अज्ञानता हमारा जीवन भर पीछा नहीं छोड़ती इस अज्ञानता को दूर करने के लिए हमें बचपन से ही बहुत कुछ सीखना होता है। एक ज्ञानी व्यक्ति अपने ज्ञान के जरिए बड़ी-बड़ी समस्याओं को हल कर सकता है।
चाणक्य जोकि एक महान ज्ञानी थे उन्होंने अपने ज्ञान के जरिए बड़े बड़े राजा महाराजाओं को हरा दिया था एक ज्ञानी पुरुष बहुत बड़ी सेनाओं से बढ़कर होता है वह अपने ज्ञान के जरिए ही ऐसे असंभव कार्य को करता है जिनको करना संभव नहीं होता है और एक अज्ञानता मनुष्य को सबसे पीछे रख देती है मनुष्य के पास कितनी ही शक्ति क्यों ना हो यदि वह अज्ञानी है तो उसकी सारी शक्ति बेकार है। एक राजा के पास कितनी भी सेना क्यों ना हो जब तक उसके पास ज्ञान नहीं होता तब तक उसके लिए युद्ध जीतना काफी मुश्किल होता है एक व्यक्ति की अज्ञानता उसको जीवन में काफी पीछे रख देती है।
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