यदि श्यामपट बोलने लगा निबंध
दोस्तों श्यामपट का मतलब होता है ब्लैकबोर्ड, ब्लैकबोर्ड के जरिए हम सभी स्कूल या कॉलेज में पढ़ते हैं दरअसल हमारे टीचर ब्लैकबोर्ड पर कुछ भी सिखाने के लिए लिखते हैं लेकिन भाई ब्लैकबोर्ड यानी श्यामपट्ट बोलने लगे तो कैसा होगा तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस काल्पनिक आर्टिकल को।
यदि श्यामपट बोलने लगे तो कितना अच्छा होगा हमें स्कूल में एक अच्छा मित्र मिल जाएगा और हमारी क्लास में बोलने वालों की एक संख्या और बढ़ जाएगी हमारा श्यामपट अध्यापक की तरह हमारी हर एक मदद कर सकेगा। कभी-कभी जो हम ब्लैक बोर्ड पर लिखते हैं तो साफ कर दिया जाता है जिससे हम उस लिखी हुई बात को दोबारा नहीं जान सकते लेकिन यदि ब्लैकबोर्ड बोलने लगे तो जरूर ही वह हमें बता सकेगा कि कल या परसों क्या लिखा गया था।
हमारी पढ़ने में बहुत ही मदद हो सकेगी ब्लैक बोर्ड बोलने लगे तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं होगा यदि किसी दिन हमारे क्लास में हमारे टीचर नहीं आएंगे तो हम ब्लैक बोर्ड से भी बहुत कुछ सीखेंगे। ब्लैकबोर्ड बोल बोलकर हमको सब कुछ समझा देगा। मुझे लगता है कि शायद ब्लैकबोर्ड बोलने लगे और हमें समझाने लगे तो शायद टीचर की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
ब्लैकबोर्ड ही हमारे लिए हमारा टीचर होगा, ब्लैकबोर्ड पर लिखकर समझना यह समझाना बहुत ही आसान होता है।अक्सर हम देखते हैं कि स्कूल या किसी कोचिंग क्लास या फिर किसी भी बिजनेस मीटिंग्स में अधिकतर ब्लैकबोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है कि ब्लैक बोर्ड बोलने लगे तो हर जगह सबसे ज्यादा मदद करेगा।
ब्लैक बोर्ड काफी महत्वपूर्ण होता है बोलने लगेगा तो आंसर दे सकता है यहां जो भी मेरे अध्यापक लिखेंगे वह मुझे बोल कर सुना सकता है तो मेरे लिए कितना अच्छा होगा यदि श्यामपट बोलने लगे तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं होगा। अक्सर कई बातें विद्यार्थियों को समझ में नहीं आती हैं वह बार-बार अपने टीचर से पूछने लखते हैं लेकिन यदि श्यामपट बोलने लगे तो कितना अच्छा होगा।
टीचर के जाने के बाद हर एक स्टूडेंट ब्लैकबोर्ड से बार-बार बोल कर पूछ सकता है कि क्या लिखा है ब्लैकबोर्ड आराम से उसको समझा सकता है। वह बार-बार भी जवाब दे सकता है यदि ब्लैक बोलने लगे तो विद्यार्थी हैं जो अक्सर स्कूल कॉलेज में ना जाने का बहाना लेते हैं वही विद्यार्थी और रोजाना ब्लैकबोर्ड की वजह से रोजाना समय पर स्कूल जाया करेंगे क्योंकि वह ब्लैक बोर्ड से बातें किया करेंगे।
ब्लैकबोर्ड उनकी साथी की तरह मित्र की तरह उनकी हर एक सवाल का जवाब देगा तो बहुत ही खुशी का अनुभव होगा तो दोस्तों मुझे बताएं कि श्यामपट बोलने लगे पर निबंध आपको कैसा लगा यदि आपको मेरा यह निबंध पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें कमेंट जरूर करें।
दोस्तों श्यामपट का मतलब होता है ब्लैकबोर्ड, ब्लैकबोर्ड के जरिए हम सभी स्कूल या कॉलेज में पढ़ते हैं दरअसल हमारे टीचर ब्लैकबोर्ड पर कुछ भी सिखाने के लिए लिखते हैं लेकिन भाई ब्लैकबोर्ड यानी श्यामपट्ट बोलने लगे तो कैसा होगा तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस काल्पनिक आर्टिकल को।
यदि श्यामपट बोलने लगे तो कितना अच्छा होगा हमें स्कूल में एक अच्छा मित्र मिल जाएगा और हमारी क्लास में बोलने वालों की एक संख्या और बढ़ जाएगी हमारा श्यामपट अध्यापक की तरह हमारी हर एक मदद कर सकेगा। कभी-कभी जो हम ब्लैक बोर्ड पर लिखते हैं तो साफ कर दिया जाता है जिससे हम उस लिखी हुई बात को दोबारा नहीं जान सकते लेकिन यदि ब्लैकबोर्ड बोलने लगे तो जरूर ही वह हमें बता सकेगा कि कल या परसों क्या लिखा गया था।
हमारी पढ़ने में बहुत ही मदद हो सकेगी ब्लैक बोर्ड बोलने लगे तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं होगा यदि किसी दिन हमारे क्लास में हमारे टीचर नहीं आएंगे तो हम ब्लैक बोर्ड से भी बहुत कुछ सीखेंगे। ब्लैकबोर्ड बोल बोलकर हमको सब कुछ समझा देगा। मुझे लगता है कि शायद ब्लैकबोर्ड बोलने लगे और हमें समझाने लगे तो शायद टीचर की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
ब्लैकबोर्ड ही हमारे लिए हमारा टीचर होगा, ब्लैकबोर्ड पर लिखकर समझना यह समझाना बहुत ही आसान होता है।अक्सर हम देखते हैं कि स्कूल या किसी कोचिंग क्लास या फिर किसी भी बिजनेस मीटिंग्स में अधिकतर ब्लैकबोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है कि ब्लैक बोर्ड बोलने लगे तो हर जगह सबसे ज्यादा मदद करेगा।
ब्लैक बोर्ड काफी महत्वपूर्ण होता है बोलने लगेगा तो आंसर दे सकता है यहां जो भी मेरे अध्यापक लिखेंगे वह मुझे बोल कर सुना सकता है तो मेरे लिए कितना अच्छा होगा यदि श्यामपट बोलने लगे तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं होगा। अक्सर कई बातें विद्यार्थियों को समझ में नहीं आती हैं वह बार-बार अपने टीचर से पूछने लखते हैं लेकिन यदि श्यामपट बोलने लगे तो कितना अच्छा होगा।
टीचर के जाने के बाद हर एक स्टूडेंट ब्लैकबोर्ड से बार-बार बोल कर पूछ सकता है कि क्या लिखा है ब्लैकबोर्ड आराम से उसको समझा सकता है। वह बार-बार भी जवाब दे सकता है यदि ब्लैक बोलने लगे तो विद्यार्थी हैं जो अक्सर स्कूल कॉलेज में ना जाने का बहाना लेते हैं वही विद्यार्थी और रोजाना ब्लैकबोर्ड की वजह से रोजाना समय पर स्कूल जाया करेंगे क्योंकि वह ब्लैक बोर्ड से बातें किया करेंगे।
ब्लैकबोर्ड उनकी साथी की तरह मित्र की तरह उनकी हर एक सवाल का जवाब देगा तो बहुत ही खुशी का अनुभव होगा तो दोस्तों मुझे बताएं कि श्यामपट बोलने लगे पर निबंध आपको कैसा लगा यदि आपको मेरा यह निबंध पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें कमेंट जरूर करें।
Thank you
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